प्रदेश

भाजपा ने जन विश्वास यात्राओं से जीता लोगों का भरोसा, तीन करोड़ से अधिक लोगों ने सहभागिता की

लखनऊ। विधानसभा चुनाव को देखते हुए सभी दलों ने अपनी पूरी ताकत झोंक रखी है, लेकिन पिछले कुछ महीनों में योगी सरकार और संगठन ने सियासी गर्मी को और बढ़ा दिया है। सीएम योगी ने चंद महीनों में जिलों में ताबड़तोड़ सौ से ज्यादा दौरे कर लाखों करोड़ के योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया है, तो भाजपा ने भी प्रदेश के छह क्षेत्रों से जन विश्वास यात्राओं के माध्यम से लोगों का भरोसा कायम किया है। सरकार और संगठन की इस जुगलबंदी ने पूरब से लेकर पश्चिम तक की आबोहवा बदल दी है।

योगी सरकार ने प्रदेश में पिछले कुछ महीनों में लाखों करोड़ों की कई बड़ी परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण कर पूरब से लेकर पश्चिम को एक सूत्र में पिरोने का काम किया है। इसमें 20 जिलों से होते हुए 500 किमी लंबे नए बनने वाले ग्रीन फिल्ड एक्सप्रेस वे गोरखपुर से शामली तक ने लोगों की उम्मीदों को और बढ़ा दिया है। सरकार के नवाचारों ने हर क्षेत्र में प्रदेश के विकास को नई दिशा दी है, तो संगठन ने जन विश्वास यात्राओं के माध्यम से करीब तीन करोड़ से अधिक लोगों ने सहभागिता की है। इस दौरान 3000 जगहों पर स्वागत, 200 जनसभाएं और 40 बड़ी सभाओं को राष्ट्रीय अध्यक्ष, गृहमंत्री, रक्षा मंत्री और मुख्यमंत्री ने संबोधित किया है। इसके अलावा विधानसभा स्तर पर यात्रा के समानांतर पांच मोर्चों महिला, युवा, अनुसूचित, पिछड़ा, किसान सम्मेलन हुआ है। संगठन की ओर से लगभग सभी विधानसभाओं में कम से कम एक मोर्चे का सम्मेलन किया गया है।

मकर सक्रांति पर खिचड़ी सहभोज, इसके बाद शक्ति केंद्र स्तर पर होंगे पन्ना प्रमुख सम्मेलन

14 जनवरी को मकर सक्रांति के दिन पश्चिम के सभी 4723 शक्ति केंद्रों पर पूरे प्रदेश के साथ खिचड़ी सहभोज किया जाएगा, जिसमें सभी जनप्रतिनिधि और पदाधिकारी रहेंगे। 14 जनवरी के बाद शक्ति केंद्र स्तर पर पन्ना प्रमुख के सम्मेलन करने की तैयारी है।

समाजवादी पार्टी विकास के लिए ब्रेकर: सोनकर

जन विश्वास यात्रा के प्रभारी विद्या सागर सोनकर ने बताया कि जन विश्वास यात्राओं में मिला लोगों का अपार स्नेह यह साबित करता है कि उनका आशीर्वाद पार्टी और सरकार के साथ है। सरकार के विकास कार्यों से देश ही नहीं, विदेशों में भी उत्तर प्रदेश की छवि बदली है और प्रदेश बीमारू राज्यों की श्रेणी से निकल कर तरक्की की राह पर चल रहा है। समाजवादी पार्टी विकास के लिए ब्रेकर है, यह बात जनता भी जानती है।

उत्तर प्रदेश में बनेंगे सात और एक्सप्रेस वे

32 हजार करोड़ रुपये की लागत से 519 किलोमीटर लंबा गोरखपुर से सिलीगुड़ी पश्चिम बंगाल तक एक्सप्रेस हाईवे बनेगा

यूपी, बिहार और बंगाल के पिछड़े क्षेत्रों से होते हुए यह एक्सप्रेस वे सिलीगुड़ी तक जाएगा

इटावा से कोटा तक उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और राजस्थान को जोड़ने के लिए बनेगा चंबल एक्सप्रेस वे

आठ हजार करोड़ की लागत से 358 किलोमीटर लम्बा इटावा से शुरू होकर, श्योपुर मध्यप्रदेश के साथ भिंड मुरैना से होकर कोटा जाएगा, यह एक्सप्रेसवे दिल्ली, मुम्बई कॉरिडोर से भी जुड़ेगा

पांच हजार करोड़ की लागत से 30 किलोमीटर एलिवेटेड रोड बनाकर गाजीपुर से वाराणसी-कोलकाता एक्सप्रेस वे से जोड़ा जाएगा पूर्वांचल एक्सप्रेस वे

लखनऊ से कानपुर एक्सप्रेस वे का काम अगले साल दिसंबर से होगा शुरू, कानपुर शुक्लागंज से लखनऊ रिंग रोड में जुड़ेगा

तीन सौ करोड़ खर्च कर जुड़ेगा दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे और गंगा एक्सप्रेस वे

बागपत, शामली सहारनपुर, मुजफ्फरनगर होते हुए 12 हजार करोड़ की लागत से बनेगा दिल्ली से देहरादून एक्सप्रेस वे

सहारनपुर में बाईपास से दो हजार करोड़ की लागत से 50 किमी सिक्स लेन नया मार्ग बनेगा

11 हजार करोड़ की लागत से एनएचएआई बना रहा यूपी में 22 नए बाईपास

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