बांग्लादेश: बड़ी संख्या में प्रधानमंत्री आवास में घुसे प्रदर्शनकारी, शेख हसीना ने अज्ञात जगह को बनाया अपना ठिकाना
ढाका। बांग्लादेश में हो रहे प्रदर्शन के चलते वहां की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अपना पद छोड़ दिया है। पद छोड़ने के साथ ही वो ढाका छोड़कर किसी सुरक्षित जगह पर चली गई हैं। प्रदर्शन इस कदर उग्र है कि अधिकारियों ने पहले ही शेख हसीना को ढाका छोड़कर किसी सुरक्षित जगह पर जाने के लिए बोल दिया था। प्रदर्शन के चलते बांग्लादेश के इंटरनेट के साथ साथ मेटा ,इंस्टाग्राम और यूट्यूब को भी बंद कर दिया है। इस बीच ढाका में बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी प्रधानमंत्री आवास में दाखिल हो गए हैं। मुख्य विपक्षी पार्टी BNP के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में सड़कों पर उतर आए हैं जो सत्तारूढ़ अवामी लीग के कार्यकर्ताओं को निशाना बना रहे हैं।
बांग्लादेश के प्रधानमंत्री कार्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम ना बताने की शर्त पर कहा “हिंसा भड़कने के बाद प्रधानमंत्री शेख हसीना ने ढाका में अपना सरकारी आवास छोड़ दिया है। वर्तमान में उनका ठिकाना अज्ञात है। ढाका में स्थिति अत्यधिक संवेदनशील है और प्रधानमंत्री के आवास पर भीड़ ने कब्जा कर लिया है।”
क्यों हो रहा है आंदोलन?
दरअसल , बांग्लादेश 1971 में पाकिस्तान से आज़ाद हुआ था। आज़ादी के बाद देश के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को और उनके परिवार वालों को सरकारी नौकरी में 30 प्रतिशत आरक्षण देनी की बात हुई थी। उस समय लोगों को कोई परेशानी नहीं थी। पर सरकार इस कानून को उनके परिवार के साथ हमेशा के लिए चिपका देनी चाहती है। इसी बात को लेकर वहां की जनता भड़क गई और प्रदर्शन शुरू कर दिया। इस उग्र प्रदर्शन में अब तक 100 लोगों की मौत हो चुकी है।
साथ में है छोटी बहन
बांग्लादेश मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना सोमवार को दोपहर करीब 2:30 बजे एक सैन्य हेलीकॉप्टर से बंगाभवन से अपनी छोटी बहन शेख रेहाना के साथ “सुरक्षित स्थान” के लिए रवाना हुई हैं।