सिरदर्द कई प्रकार का हो सकता है, माइग्रेन भी एक ऐसा ही सिरदर्द है जिसमें आपको भयंकर दर्द और असहजता का अनुभव हो सकता है। माइग्रेन का दर्द और इसके ट्रिगर, हर एक के लिए अलग हो सकते हैं। माइग्रेन है तो सिर में होने वाला दर्द ही लेकिन इसकी तीव्रता और निरंतरता इसे सामान्य सर दर्द से अलग बनाती है। यूं हममें से अधिकांश लोगों को जीवन में कभी न कभी सिरदर्द से गुजरना पड़ता है, पर यह स्थिति आपको काफी असहज कर सकती है।
माइग्रेन का वैसे तो कोई एक ठोस इलाज नहीं है, हालांकि इससे बचाव और लक्षणों को कम करने के लिए कुछ उपायों को प्रयोग में लाया जाता रहा है।माइग्रेन के दर्द की तीव्रता अलग अलग चीजों से ट्रिगर हो सकती है, इसलिए इस दर्द का सही मैनेजमेंट होना सबसे ज्यादा जरूरी है।
माइग्रेन होने पर क्या करें?
माइग्रेन के दर्द की तीव्रता किसी चोट के लगने के बराबर हो सकती है। यदि आप एक बार यह समझ जाते हैं कि क्या चीज आपको ट्रिगर करती है तो इससे बहुत फर्क पड़ता है और आप दर्द शुरू होने से पहले ही इसे नियंत्रित कर सकते हैं, बल्कि दर्द से बचे भी रह सकते हैं। दवाइयां इस समस्या को नियंत्रित करने का एक हिस्सा हैं। इनके अलावा भी कई चीजें ऐसी हैं जिनपर ध्यान देकर समस्या पर काबू पाया जा सकता है। मसलन माइग्रेन का सही मैनेजमेंट बहुत आवश्यक होता है।
ये उपाय भी हो सकते हैं कारगर?
जैसे ही आपको आभास हो कि सिरदर्द या असहजता हो रही है, सबसे पहले जो भी काम कर रहे हों, उसे वहीं रोक दें। घर या दफ्तर में कोई ऐसी जगह ढूंढें जहां शांति और ठंडक हो। यदि सम्भव हो तो आंखें बंद करके लेट जाएं। अपने पास हमेशा गर्म या ठंडे सेकाई के साधन रखें। इससे सिर और गर्दन पर ठंडा या गर्म का सेकाई करें।
ठंडी सेकाई जहां मांसपेशियों को सुन्न करके दर्द में राहत देगी वहीं गर्म सेकाई से तनावपूर्ण मांसपेशियों को राहत मिलेगी और दर्द कम हो जाएगा। गर्म पानी से स्नान भी इस समय राहत देने का काम कर सकता है।
- तेज लाइट या आवाज माइग्रेन को ट्रिगर कर सकती है, ऐसे में माइग्रेन के दर्द का अनुभव होते ही तुंरत किसी अंधेरे और शांत कमरे में चले जाएं।
- अच्छी नींद आपके लक्षणों को कम करने में मदद कर सकती है।
- मोबाइल, लैपटॉप जैसे सभी गैजेट्स से दूरी बना लेने से आपको राहत मिल सकती है।
- अपनी दवाइयों को लेकर डॉक्टर से सलाह लें। कई बार दर्दनिवारक या अन्य दवाओं में मौजूद तत्व भी नींद में बाधा बन सकते हैं।
इन बातों का रखें ध्यान
माइग्रेन की समस्यास राहत दिलाने में नियमित व्यायाम आपके लिए मददगार हो सकता है। पैदल टहलने, गहरी सांस लेने वाले अभ्यास की आदत डालें। ब्रिस्क वॉक, स्वीमिंग, साइकिलिंग आदि की आदत भी आपके लिए फायदेमंद हो सकती है।
अपनी दिनचर्या को संतुलित रखें। काम चाहे घर का हो या दफ्तर का, जहां तनाव या दबाव की स्थितियां बनें तुरन्त उस जगह से हट जाएं और थोड़ी देर बाद उस स्थिति को सुलझाने का उपाय सोचें। जीवन का आनंद लें और सकारात्मक सोच के साथ स्वस्थ जीवन जिएं।