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राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उत्तराखंड विधानसभा में कहा – राज्य ने 25 वर्षों में हासिल की उल्लेखनीय प्रगति, महिला सशक्तिकरण में दिखी नई ऊर्जा

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू तीन दिवसीय दौरे पर उत्तराखंड में हैं। सोमवार को अपने दौरे के दूसरे दिन उन्होंने उत्तराखंड विधानसभा के विशेष सत्र को संबोधित किया। वह सुबह 11 बजे विधानसभा कक्ष में पहुंचीं और राज्य की 25 वर्ष की विकास यात्रा पर खुशी जताई।अपने संबोधन में राष्ट्रपति ने कहा कि यह गर्व का विषय है कि उत्तराखंड ने पर्यावरण, ऊर्जा, पर्यटन, स्वास्थ्य सेवाओं और शिक्षा के क्षेत्रों में उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की हैं। उन्होंने कहा कि राज्य के लोगों की मेहनत और प्रतिबद्धता ने उत्तराखंड को नए विकास पथ पर अग्रसर किया है।

राष्ट्रपति मुर्मू ने महिला सशक्तिकरण पर विशेष रूप से बात करते हुए कहा, “आज हमारी बेटियां पूरे विश्व को यह संदेश दे रही हैं कि हम किसी से कम नहीं हैं। उत्तराखंड की महिलाएं और युवा ऊर्जावान हैं और देश को विकसित राष्ट्र बनाने के लक्ष्य में अहम भूमिका निभा रहे हैं। राज्य में साक्षरता दर बढ़ी है, मातृ और शिशु मृत्यु दर में कमी आई है और स्वास्थ्य सुविधाएं अधिक सुलभ हुई हैं।उन्होंने कहा कि महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में उत्तराखंड के प्रयास सराहनीय हैं। उन्होंने विधानसभा की पहली महिला अध्यक्ष ऋतु खंडूरी भूषण की नियुक्ति को ऐतिहासिक कदम बताया और उम्मीद जताई कि भविष्य में सदन में महिलाओं की भागीदारी और बढ़ेगी।

राष्ट्रपति ने संविधान के अनुच्छेद 44 के तहत समान नागरिक संहिता का उल्लेख करते हुए कहा कि संविधान निर्माताओं के नीति-निर्देशों के अनुरूप इस विधेयक को लागू करने का साहसिक कदम उत्तराखंड विधानसभा ने उठाया है। उन्होंने बताया कि अब तक विधानसभा में 550 से अधिक विधेयक पारित किए जा चुके हैं, जिनमें लोकायुक्त विधेयक, ज़मींदारी उन्मूलन और भूमि सुधार विधेयक तथा धोखाधड़ी-विरोधी विधेयक जैसे जनहित से जुड़े कानून शामिल हैं।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राष्ट्रपति के संबोधन पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि “राष्ट्रपति महोदया के प्रेरक शब्द अगले 25 वर्षों तक राज्य के विकास का मार्गदर्शन करेंगे।” उन्होंने कहा कि 9 नवंबर को उत्तराखंड अपनी स्थापना के 25 वर्ष पूरे करेगा, और इस अवसर पर उन सभी राज्य आंदोलनकारियों को श्रद्धांजलि दी जिन्होंने राज्य के निर्माण के लिए बलिदान दिया।

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