191 देशों में गूंजा भारत का योग मंत्र, पीएम मोदी ने दुनिया को दिया शांति का संदेश

नई दिल्ली। आज 21 जून को दुनियाभर में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जा रहा है। इस खास मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आंध्रप्रदेश के विशाखापत्तनम पहुंचे, जहां उन्होंने करीब 3 लाख लोगों के साथ योगाभ्यास किया। इस ऐतिहासिक आयोजन में आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू और उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण भी मौजूद रहे। पूरे कार्यक्रम की सुरक्षा भारतीय नौसेना द्वारा की गई, जिससे आयोजन की भव्यता और बढ़ गई।
इस बार योग दिवस की थीम रही – “योग से शांति, संतुलन और समग्रता”, जो पीएम मोदी के संदेश में भी झलकती है।
क्या बोले पीएम मोदी?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा, “पिछले एक दशक में योग एक वैश्विक आंदोलन बन चुका है। जब भारत ने संयुक्त राष्ट्र में 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस घोषित करने का प्रस्ताव रखा, तो 175 देशों ने इसका समर्थन किया — यह वैश्विक एकता की एक अनूठी मिसाल है। आज योग ने दुनिया को जोड़ा है।”
योग: तनाव के दौर में शांति का साधन
पीएम मोदी ने मौजूदा वैश्विक हालात पर चिंता जताते हुए कहा: “आज दुनिया तनाव, संघर्ष और अशांति से जूझ रही है। ऐसे समय में योग हमें विराम देता है — यह एक ऐसा ‘पॉज बटन’ है जो हमें रुककर सोचने, संतुलन बनाने और फिर से नई ऊर्जा के साथ आगे बढ़ने की ताकत देता है।”
योग हमारे लिए गर्व की बात है – पीएम मोदी
प्रधानमंत्री ने भारत की विविधता में योग के योगदान को रेखांकित करते हुए कहा: “मुझे गर्व होता है जब दिव्यांगजन ब्रेल लिपि में योगशास्त्र पढ़ते हैं, जब वैज्ञानिक अंतरिक्ष में योग करते हैं, और जब युवा गांवों में योग ओलंपियाड में भाग लेते हैं। चाहे ओपेरा हाउस की सीढ़ियां हों, समुद्र की लहरें हों या एवरेस्ट की ऊंचाई — हर जगह से यही आवाज़ आती है: ‘योग सबके लिए है।’”
भारत बना ‘हीलिंग डेस्टिनेशन
पीएम मोदी ने भारत की वैश्विक भूमिका को रेखांकित करते हुए कहा:“आज भारत पूरी दुनिया के लिए एक हीलिंग डेस्टिनेशन बन चुका है। विदेशों से लोग योग, आयुर्वेद और आयुष चिकित्सा का लाभ लेने भारत आ रहे हैं। हमारे ‘आयुष्मान आरोग्य मंदिरों’ में अब प्रशिक्षित योग शिक्षकों की नियुक्ति हो रही है, ताकि हर नागरिक योग को अपने जीवन का हिस्सा बना सके।