हेमकुंड साहिब यात्रा के लिए ऋषिकेश से पहला जत्था रवाना, सीएम धामी और राज्यपाल गुरमीत सिंह ने दिखाई हरी झंडी

उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल सेवानिवृत्त गुरमीत सिंह और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बृहस्पतिवार को ऋषिकेश से पंजप्यारों की अगुवाई में श्री हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा की यात्रा के लिए प्रथम जत्थे को रवाना किया. राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने संगतों के प्रथम जत्थे को बधाई देते हुए उनकी सुगम व सुरक्षित यात्रा की कामना की.
चमोली जिले में 15 हजार फुट की ऊंचाई पर स्थित इस प्रसिद्ध सिख तीर्थस्थल के कपाट 25 मई को खुलने हैं. हेमकुंड साहिब की इस यात्रा को आस्था, भक्ति और विश्वास का प्रतीक बताते हुए राज्यपाल ने कहा कि तीर्थस्थल तक की लगभग 18 किलोमीटर की कठिन पैदल यात्रा हर श्रद्धालु के धैर्य और साहस की परीक्षा है. उन्होंने कहा कि सरकार श्री हेमकुंड साहिब यात्रा को अधिक सरल, सुगम और सुरक्षित बनाने के लिए निरंतर प्रयासरत है.
सिंह ने प्रशासन और गुरुद्वारा प्रबंधन समिति द्वारा यात्रा मार्गों पर की गई तैयारियों की सराहना करते हुए श्रद्धालुओं से प्लास्टिक मुक्त यात्रा के मंत्र को अपनाने और स्थानीय उत्पादों को प्राथमिकता देकर ‘वोकल फॉर लोकल’ अभियान को बढ़ावा देने का आग्रह किया. इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा, “श्री हेमकुंड साहिब की यात्रा हमारे राज्य की धार्मिक और आध्यात्मिक संस्कृति का अनुपम संगम है.”
हेमकुंड साहिब को दिव्य ऊर्जा का केंद्र बताते हुए धामी ने कहा कि दुर्गम क्षेत्र और मौसम की कठिनाई के बावजूद हर साल हजारों की संख्या में श्रद्धालु इस यात्रा पर आते हैं. उन्होंने बताया कि अब तक 60 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने हेमकुंड साहिब के लिए पंजीकरण कराया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में राज्य सरकार हेमकुंड साहिब यात्रा को सरल और सुगम बना रही है.