उत्तराखंड के IAS अधिकारी रामविलास यादव गिरफ्तार, जानें क्या है पूरा मामला?
आय से अधिक संपत्ति के मामले में आईएएस रामविलास यादव को विजिलेंस ने देर रात गिरफ्तार कर दिया है। इससे पहले ही बुधवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आईएएस को सस्पेंड कर दिया था। बुधवार को यादव विजिलेंस के सामने पेश हुए। अधिकारियों ने उनसे करीब सात घंटे तक पूछताछ की। जिसके बाद देर रात उन्हें आखिरकार गिरफ्तार कर लिया है।
उत्तर प्रदेश से आए उत्तराखंड, ढाई साल पहले शुरू हुई जांच उत्तर प्रदेश से उत्तराखंड आए आईएएस रामविलास यादव के खिलाफ विजिलेंस ने ढाई साल पहले खुली जांच शुरू की थी। इस दौरान उन्हें पूछताछ के लिए नोटिस जारी किया गया, लेकिन वह विजिलेंस के सामने नहीं आए। इसके बाद विजिलेंस टीम ने उनके निवास और दफ्तरों में जाकर साक्ष्य जुटाए थे। बुधवार को हाईकोर्ट के निर्देश पर आईएएस रामविलास यादव विजिलेंस निदेशालय पहुंचे। यहां एएसपी रेनू लोहानी की टीम ने यादव से पूछताछ की।
क्या है मामला
अप्रैल 2022 में यादव के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया था। विजिलेंस ने गत वर्ष सितंबर में अपनी रिपोर्ट शासन को भेजी थी। आरोप है कि रामविलास यादव के पास उनके ज्ञात आय के स्रोतों से 500 फीसदी से अधिक संपत्तियां हैं। मुकदमे के बाद विजिलेंस ने उनके लखनऊ, गाजीपुर और देहरादून स्थित आवासों पर छापे मारे। इसके बाद रामविलास यादव हाईकोर्ट पहुंचे, लेकिन वहां भी उन्हें राहत नहीं मिली। आखिरकार बुधवार को वे विजिलेंस के सामने पेश हुए, जहां से वे गिरफ्तार कर लिए गए हैं।