राजस्थान के कोटा में नहीं थम रहा है आत्महत्या का मामला, इस साल की यह तीसरी घटना
कोटा। राजस्थान के कोटा शहर में राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) की तैयारी कर रहे ओडिशा के 18 वर्षीय एक छात्र ने अपने छात्रावास के कमरे में फंदे से लटक कर कथित तौर पर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि कमरे से कोई ‘सुसाइड नोट’ नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि यह घटना बृहस्पतिवार रात विज्ञान नगर के आंबेडकर कॉलोनी में हुई। पुलिस के अनुसार, ओडिशा के मयूरभंज जिले का रहने वाला अभिजीत गिरी अप्रैल 2024 से नीट की तैयारी कर रहा था और उसने यहां के एक कोचिंग संस्थान में प्रवेश लिया था।
फंदे से लटका पाया गया छात्र
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि घटना उस वक्त सामने आई जब रात करीब आठ बजे भोजनालय का एक कर्मचारी अभिजीत के कमरे में खाना देने गया। सहायक उपनिरीक्षक (एएसआई) लाल सिंह तंवर ने कहा कि कोई प्रतिक्रिया नहीं मिलने पर कर्मचारी ने छात्रावास के कुछ छात्रों के साथ जबरन दरवाजा खोला। दरवाजा खुलने पर अभिजीत का शव पंखे से बंधे एक फंदे से लटका पाया गया। पुलिस की एक टीम मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया, जो छात्र के परिवार के आने के बाद किया जाएगा। एएसआई ने कहा कि परिजनों को घटना के बारे में सूचित कर दिया गया है।
इस साल आत्महत्या की यह तीसरी घटना
अधिकारी ने कहा कि छात्रावास के कमरे में छत का पंखा आत्महत्या रोकथाम उपकरण से सुसज्जित नहीं था, जबकि जिला प्रशासन ने छात्रावासों में आत्महत्या को रोकने के लिए इस उपकरण के लगाए जाने को अनिवार्य किया था। उन्होंने कहा कि प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि अभिजीत पढ़ाई में अच्छा था और नियमित रूप से कोचिंग कक्षाओं में जाता था। कोटा में इस साल किसी कोचिंग छात्र द्वारा की गई आत्महत्या की यह तीसरी घटना है। इसके पहले यहां जेईई की तैयारी कर रहे 20 वर्षीय अभिषेक ने आठ जनवरी को कथित तौर पर अपने पीजी कमरे में छत के पंखे से लगाए गए फंदे से लटककर कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी।
अभिषेक मध्य प्रदेश का रहने वाला था और एक कोचिंग संस्थान में प्रवेश लेकर मई, 2024 से संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) की तैयारी कर रहा था। कोटा में जेईई की तैयारी कर रहे हरियाणा के एक अन्य छात्र नीरज ने सात जनवरी को कथित तौर पर अपने छात्रावास के कमरे में फंदे से लटककर अपनी जान दे दी थी। कोचिंग संस्थानों के लिए एक प्रमुख केंद्र रूप में उभरे कोटा में 2024 में खुदकुशी के ऐसे 17 मामले सामने आये थे।