जनता दर्शन में बिटिया की फरियाद पर पिघले सीएम योगी, खुद उठाया पढ़ाई का जिम्मा

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने सख्त प्रशासनिक फैसलों और कानून-व्यवस्था को लेकर चर्चा में रहते हैं, लेकिन उनका एक और पहलू है। जनता से जुड़ाव और संवेदनशीलता। इसी का नज़ारा हाल ही में आयोजित जनता दर्शन कार्यक्रम में देखने को मिला।
दरअसल, जनता दर्शन के दौरान मुख्यमंत्री योगी लोगों की समस्याएं सुन रहे थे। तभी एक महिला अपनी बिटिया के साथ उनके सामने पहुंची। रोज़ाना की तरह मुख्यमंत्री ने उसकी बात ध्यान से सुनी, लेकिन तभी बिटिया ने खुद अपनी पढ़ाई को लेकर फरियाद कर दी। उसने मुख्यमंत्री से कहा कि वह डॉक्टर बनना चाहती है और आगे की पढ़ाई जारी रखना चाहती है।बिटिया की यह मासूम अपील सुनकर वहां मौजूद सभी लोग भावुक हो गए। सीएम योगी ने भी तुरंत प्रतिक्रिया दी और अधिकारियों की ओर मुखातिब होकर कहा – बिटिया का अच्छे संस्थान में एडमिशन कराया जाए। उसका पूरा खर्चा प्रदेश सरकार और मेरी ओर से उठाया जाएगा।
सीएम योगी का यह कदम वहां मौजूद लोगों के दिल को छू गया। जनता दर्शन में उमड़े लोगों ने मुख्यमंत्री की इस पहल की जमकर सराहना की। उन्होंने कहा कि यह कदम सिर्फ एक बच्ची के जीवन को संवारने वाला नहीं है, बल्कि प्रदेश की अन्य बच्चियों और उनके परिवारों के लिए भी उम्मीद की किरण है।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहले भी कई मौकों पर जरूरतमंदों की मदद करने के लिए आगे आते रहे हैं। चाहे आर्थिक सहायता हो, इलाज का इंतज़ाम हो या शिक्षा का खर्चा वे व्यक्तिगत स्तर पर हस्तक्षेप कर जरूरतमंदों की मदद करते हैं। यही वजह है कि उनके जनता दर्शन कार्यक्रम आम लोगों में बेहद लोकप्रिय हैं।
इस घटना ने एक बार फिर साबित कर दिया कि मुख्यमंत्री योगी न केवल प्रदेश के सख्त प्रशासक हैं, बल्कि लोगों की भावनाओं को समझने वाले संवेदनशील नेता भी हैं। खासकर बेटियों की शिक्षा और उनके भविष्य को लेकर वे कितने गंभीर हैं, यह उनके इस निर्णय से स्पष्ट झलकता है।प्रदेश सरकार पहले से ही बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ और छात्रवृत्ति जैसी योजनाओं को बढ़ावा दे रही है। ऐसे में सीएम योगी का यह व्यक्तिगत फैसला बेटियों की पढ़ाई के प्रति सरकार की प्राथमिकता को और मजबूत करता है।