छांगुर बाबा की मुश्किलें बढ़ीं, ED की रडार पर, कोठी पर दूसरा दिन भी चला बुलडोजर

उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले में धर्मांतरण के आरोपी जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा की परेशानियां लगातार बढ़ती जा रही हैं। जहां एक तरफ उसकी आलीशान कोठी पर दूसरे दिन भी बुलडोजर कार्रवाई जारी है, वहीं अब प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने भी उसे जांच के दायरे में ले लिया है।
मधपुर गांव स्थित छांगुर बाबा की कोठी को गिराने का काम बुधवार को भी जारी रहा। यह वही कोठी है जिसमें वह अपने गिरोह के साथ रहकर अवैध धर्मांतरण का संचालन करता था। कार्रवाई के दौरान मौके पर छह बुलडोजर लगाए गए हैं। प्रशासन के अनुसार मंगलवार को कोठी का लगभग 50 फीसदी अवैध निर्माण ढहा दिया गया था, लेकिन कोठी की मजबूती के कारण पूरी तरह गिराने में समय लग रहा है।
जांच में सामने आया है कि यह कोठी सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा करके बनाई गई थी। यह निर्माण गाटा संख्या-337/370 की भूमि पर हुआ, जो दस्तावेजों में नीतू नवीन अरोड़ा उर्फ नसरीन के नाम दर्ज है। जमीन की माप-जोख के बाद प्रशासन ने विधिक प्रक्रिया के तहत बुलडोजर कार्रवाई शुरू की।
अब जब ईडी भी इस मामले में सक्रिय हो चुकी है, तो छांगुर बाबा की मुसीबतें और गहरा सकती हैं। अवैध निर्माण, अवैध धर्मांतरण और अब आर्थिक अनियमितताओं की जांच—तीनों मोर्चों पर वह प्रशासनिक कार्रवाई के घेरे में आ चुका है।