अमेरिका से भारत लाया गया बैंक धोखाधड़ी का आरोपी अंगद सिंह चंडोक

नई दिल्ली। केंद्रीय जांच ब्यूरो यानी कि CBI ने एक बड़े ऑनलाइन धोखाधड़ी मामले में कुख्यात अपराधी अंगद सिंह चंडोक को अमेरिका से भारत प्रत्यर्पित करने में सफलता हासिल की है। भारतीय नागरिक अंगद सिंह चंडोक पर आरोप है कि उसने शेल कंपनियों का जाल बनाकर ऑनलाइन टेक सपोर्ट घोटाले के जरिए अमेरिकी नागरिकों से लाखों डॉलर की चोरी की। बताया जाता है कि उसने धोखाधड़ी से कमाए गए इन पैसों को शेल कंपनियों के माध्यम से भारत और अन्य देशों में ट्रांसफर किया था। CBI ने चंडोक को भारत लाने में काफी मेहनत की है।
अमेरिकी न्याय विभाग ने मार्च 2022 में जारी एक प्रेस स्टेटमेंट में बताया था कि चंडोक को अमेरिकी वरिष्ठ नागरिकों के साथ धोखाधड़ी के मामले में दोषी ठहराया गया है। अमेरिकी अदालत ने उसे इस अपराध के लिए 6 साल की सजा सुनाई थी। चंडोक की इस धोखाधड़ी योजना में मुख्य रूप से वरिष्ठ नागरिकों को निशाना बनाया गया, जिन्हें फर्जी टेक सपोर्ट सेवाओं के नाम पर ठगा गया। CBI ने चंडोक को भारत प्रत्यर्पित करने के लिए अमेरिकी अधिकारियों के साथ मिलकर एक लंबी और जटिल कानूनी प्रक्रिया का पालन किया। कई वर्षों की कानूनी लड़ाई के बाद आखिरकार CBI ने उसे भारत लाने में सफलता प्राप्त की।
अमेरिकी न्याय विभाग ने 2022 में उसे दोषी ठहराए जाने के बाद एक बयान में कहा था कि एक अमेरिकी अदालत ने 2022 में चंडोक को एक अंतरराष्ट्रीय तकनीकी सहायता घोटाले का हिस्सा होने के लिए दोषी ठहराया है। उसने अमेरिकियों के साथ ठगी की। उसने ज्यादातर बुजुर्ग लोगों को निशाना बनाश। उसने लोगों से उनकी जीवन भर की बचत ठग ली।
अमेरिकी अटॉर्नी जैचरी ए. कुन्हा ने कहा, ‘एक भारतीय नागरिक जिसने अमेरिका में शरण मांगी। फिर उसने एक अंतरराष्ट्रीय तकनीकी सहायता घोटाले को अंजाम दिया। उसने बुजुर्ग लोगों समेत अमेरिकियों को ठगा। उसे जेल में छह साल की सजा सुनाई गई है।’ इसके अलावा वह धोखाधड़ी के मामलों में भारत में भी वांछित था।