इंदौर: सीएम मोहन यादव बोले – “स्वच्छता से ही आती है समृद्धि”

भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि स्वच्छता हमारी परंपरा और संस्कारों में सदियों से रही है, किंतु समय के साथ हम इसे भूलते गए। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इन आदतों और संस्कारों को पुनर्जीवित कर स्वच्छता को जनआंदोलन का रूप दिया है।मुख्यमंत्री गुरुवार को इंदौर में “स्वच्छता ही सेवा” अभियान के अंतर्गत आयोजित स्वच्छता कर्मवीर सम्मान एवं सहभोज कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
इंदौर ने रचा नया इतिहास
सीएम यादव ने कहा कि इंदौर लगातार आठवीं बार देश का सबसे स्वच्छ शहर बनकर सामने आया है, जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है। उन्होंने कहा कि यह उपलब्धि टीम भावना, नागरिकों की सक्रिय भागीदारी और स्वच्छता कर्मवीरों की अथक मेहनत से संभव हुई है। इंदौर ने स्वच्छता के क्षेत्र में विश्वस्तरीय पहचान बनाई है।
कर्मवीरों के साथ भोजन और सम्मान
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने स्वच्छता कर्मवीरों का सम्मान किया और उनके साथ सहभोज भी किया। उन्होंने कहा कि सफाई मित्रों की लगन, सेवा और समर्पण भाव ने ही इंदौर को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है। इस अवसर पर उन्होंने “स्वच्छता का महागुरु” लोगो का विमोचन किया और उत्कृष्ट कार्य करने वाले पार्षदों को सम्मानित किया।
नए नवाचार और परियोजनाएं
सीएम यादव ने देश के पहले जीरो वेस्ट जू (प्राणी संग्रहालय) का शुभारंभ किया। साथ ही, 60 करोड़ रुपये की लागत से खरीदी गई 50 नई इलेक्ट्रिक बसों को भी हरी झंडी दिखाई। इन बसों में डिजिटल पेमेंट, जीपीएस, सीसीटीवी, पब्लिक अनाउंसमेंट सिस्टम और पैनिक बटन जैसी सुविधाएं उपलब्ध होंगी। कुल 150 इलेक्ट्रिक बसें चरणबद्ध तरीके से इंदौर को मिलेंगी।मुख्यमंत्री खुद बस में सवार हुए और सुरक्षा व तकनीकी व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि इंदौर में सड़क, वायु और रेल मार्ग का तेजी से विस्तार हो रहा है, जिससे शहर की कनेक्टिविटी और मजबूत होगी।
इंदौर का भविष्य
महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने बताया कि इंदौर का विकास वर्ष 2050 को ध्यान में रखकर तेजी से किया जा रहा है। स्वच्छता और डिजिटल क्षेत्र में लगातार नए प्रयोग किए जा रहे हैं। वहीं, जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने कहा कि इंदौर ने स्वच्छता के क्षेत्र में विश्व मानचित्र पर अपनी अलग पहचान बनाई है और अब यह डिजिटल इंदौर की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है।कार्यक्रम में बड़ी संख्या में विधायकगण, महापौर परिषद सदस्य, पार्षद, सफाई मित्र और विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधि मौजूद रहे।