देश में मॉनसून का कहर: दिल्ली से लेकर पहाड़ों तक तबाही, यूपी-बिहार में बाढ़ से हाहाकार

नई दिल्ली: देशभर में मॉनसून ने विकराल रूप धारण कर लिया है। मैदानी और पहाड़ी दोनों ही इलाकों में लगातार हो रही भारी बारिश ने आम जनजीवन को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है। कई राज्यों में नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं, बाढ़ और भूस्खलन के चलते हजारों लोग प्रभावित हैं और स्थिति लगातार गंभीर होती जा रही है।
दिल्ली में येलो अलर्ट, यमुना उफान पर
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के कई हिस्सों में आज बारिश का *येलो अलर्ट* जारी किया गया है। पूर्वी, दक्षिण-पूर्वी, मध्य और शाहदरा जिलों में मध्यम से तेज बारिश की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि बारिश से सड़कों पर जलभराव और भीषण ट्रैफिक जाम हो सकता है। इस बीच, यमुना नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है।
पंजाब में बाढ़ से बढ़ा संकट
पंजाब में बाढ़ की स्थिति ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। आने वाले दिनों में मॉनसून सक्रिय रहने की संभावना है। मौसम विभाग ने हल्की से मध्यम बारिश का पूर्वानुमान जताया है। हालांकि बारिश से तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी, लेकिन बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में स्थिति बेहद नाजुक बनी हुई है।
यूपी-बिहार में जनजीवन ठप
उत्तर प्रदेश और बिहार में बाढ़ ने कहर बरपा रखा है। गंगा और यमुना समेत अन्य सहायक नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। हजारों लोग अपने घर छोड़ने को मजबूर हो गए हैं और सुरक्षित स्थानों पर शरण ले रहे हैं। खेतों में पानी भर जाने से फसलें बर्बाद हो गई हैं, जिससे किसानों की चिंताएं दोगुनी हो गई हैं।
यूपी में आज लखनऊ सहित 65 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी है। बिहार के कई जिलों में भी बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है और मौसम विभाग ने भारी बारिश की चेतावनी दी है। राहत और बचाव कार्य जारी हैं, लेकिन लगातार बारिश के कारण कार्य बाधित हो रहा है।
पहाड़ी राज्यों में भूस्खलन से तबाही
जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड जैसे पहाड़ी राज्यों में भारी बारिश ने खतरनाक हालात पैदा कर दिए हैं। लगातार भूस्खलन और चट्टानें गिरने की घटनाओं से कई हाईवे और संपर्क मार्ग बंद हो गए हैं। यातायात बाधित होने से लोग फंसे हुए हैं और प्रशासन ने आपातकालीन अलर्ट जारी कर अनावश्यक यात्रा न करने की अपील की है। पर्यटकों को विशेष रूप से पहाड़ी इलाकों से दूर रहने की सलाह दी गई है।