गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी का DNA मैच, विमान हादसे में गई थी जान

नई दिल्ली। अहमदाबाद से लंदन जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 के क्रैश में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी का निधन हो गया है। यह पुष्टि रविवार सुबह गृह मंत्री हर्ष संघवी ने की। उन्होंने बताया कि सुबह 11:10 बजे डीएनए परीक्षण के ज़रिए रूपाणी की पहचान सुनिश्चित की गई। हादसे में उनके निधन को राज्य और देश के लिए एक “अपूरणीय क्षति” बताया गया है।
गौरतलब है कि यह विमान टेकऑफ़ के कुछ ही मिनट बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इसमें कुल 242 लोग सवार थे, जिनमें से 241 की मौत हो चुकी है। केवल एक यात्री जीवित बचा है, जिसकी हालत गंभीर बनी हुई है। यह हादसा भारत के नागरिक उड्डयन इतिहास की सबसे भयावह त्रासदियों में गिना जा रहा है।
शवों की पहचान में चुनौतियां
अहमदाबाद सिविल अस्पताल के अधीक्षक डॉ. राकेश जोशी ने बताया कि अधिकतर शव बुरी तरह जल चुके हैं, जिससे पहचान मुश्किल हो गई। इसलिए सभी शवों की शिनाख्त के लिए डीएनए मिलान प्रक्रिया अपनाई जा रही है। राज्य सरकार ने पीड़ितों के परिवारों को हरसंभव सहायता देने की बात कही है।
विजय रूपाणी का पार्थिव शरीर राजकोट लाया जाएगा
बीजेपी प्रवक्ता राजूभाई ध्रुव ने जानकारी दी कि पूर्व सीएम रूपाणी का पार्थिव शरीर अस्पताल से राजकोट स्थित प्रकाश सोसायटी में उनके निवास स्थान तक लाया जाएगा। शव यात्रा ग्रीनलैंड चौराहे से निकाली जाएगी।
अब तक 32 शवों की हुई पहचान
अधिकारियों के मुताबिक, अब तक 32 शवों की पहचान डीएनए जांच से की जा चुकी है, जिनमें से 14 शव परिजनों को सौंपे जा चुके हैं। मृतक विभिन्न जिलों जैसे उदयपुर, वडोदरा, खेड़ा, मेहसाणा, अरवल्ली, अहमदाबाद और बोटाद के रहने वाले थे।
फॉरेंसिक एक्सपर्ट्स की मदद ली जा रही
हादसे के बाद मौके पर 250 से अधिक डॉक्टर, मेडिकल स्टाफ और स्वयंसेवकों को लगाया गया है। घायलों के उपचार के साथ-साथ, मृतकों की पहचान में फॉरेंसिक विशेषज्ञों की अहम भूमिका निभाई जा रही है।
पूरे गुजरात और देश में शोक की लहर
पूर्व मुख्यमंत्री रूपाणी के निधन की खबर फैलते ही पूरे गुजरात सहित देशभर में शोक की लहर दौड़ गई है। राजनीतिक, सामाजिक और आम जनता ने इस दुखद घटना पर गहरा दुख जताया है।