नाइजीरिया में बंदूकधारियों का आतंक, लोगों को घर में बंद कर जिंदा जलाया, गोलियों से भूना

नई दिल्ली। नाइजीरिया के सेंट्रल बेन्यू राज्य के येलेवाटा गांव में एक भयावह हमला सामने आया है, जिसमें बंदूकधारियों ने कम से कम 100 लोगों की हत्या कर दी। यह हमला शुक्रवार रात शुरू हुआ और शनिवार तड़के तक चलता रहा। एमनेस्टी इंटरनेशनल नाइजीरिया ने इस त्रासदी की पुष्टि करते हुए बताया कि हमलावरों ने कई परिवारों को उनके ही घरों में बंद कर जिंदा जला दिया। एमनेस्टी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक बयान में कहा, “हमले में दर्जनों लोग घायल हुए हैं और कई अब भी लापता हैं। स्थिति बेहद गंभीर है क्योंकि घायलों को समय पर इलाज नहीं मिल पा रहा है।” बयान में यह भी कहा गया कि कई लोग अब भी मलबे के नीचे दबे हो सकते हैं।
मानवाधिकार संगठन ने चिंता जताई है कि बेन्यू राज्य में हाल के वर्षों में इस तरह की हिंसक घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं और हमलावर पूरी तरह से बेखौफ हो चुके हैं। इन हमलों के कारण हजारों लोग अपने घरों से भागने को मजबूर हुए हैं। खासतौर से किसान समुदाय को निशाना बनाए जाने से क्षेत्र की खाद्य सुरक्षा पर भी गंभीर संकट मंडरा रहा है।
भूमि विवाद, धार्मिक और जातीय तनाव हैं हिंसा की जड़
नाइजीरिया के मध्य बेल्ट में स्थित बेनुए राज्य उत्तर के मुस्लिम और दक्षिण के ईसाई समुदायों का संगम स्थल है। यह इलाका अक्सर चरवाहों और किसानों के बीच भूमि उपयोग को लेकर विवादों का केंद्र बना रहता है। चरवाहे जहां मवेशियों के लिए चरागाह की तलाश में रहते हैं, वहीं किसान कृषि भूमि की आवश्यकता के चलते विरोध करते हैं। ये संघर्ष अक्सर जातीय और धार्मिक तनावों में बदल जाते हैं।
सरकार और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील
एमनेस्टी इंटरनेशनल और अन्य स्थानीय संगठनों ने नाइजीरियाई सरकार से तत्काल प्रभावी कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि अगर जल्द कोई सख्त कदम नहीं उठाया गया तो बेन्यू जैसे राज्य मानवीय त्रासदी के गहरे दलदल में फंस सकते हैं। वहीं, अंतरराष्ट्रीय समुदाय से भी मानवीय सहायता और हस्तक्षेप की अपील की जा रही है।