ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद आर्मी चीफ उपेंद्र द्विवेदी ने राजस्थान के सीमावर्ती क्षेत्रों का किया दौरा

राजस्थान। ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद पहली बार आर्मी चीफ उपेंद्र द्विवेदी ने राजस्थान के सीमावर्ती क्षेत्रों का दौरा किया। यहां उन्होंने सेना के जवानों से बातचीत कर उनका हौसला बढ़ाया। उपेंद्र द्विवेदी ने कोणार्क कॉर्प्स के अग्रिम मोर्चे जैसलमेर के लौंगेवाला का दौरा किया।
उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान पर हुई कार्रवाई की समीक्षा की। आर्मी चीफ उन जवानों से मिले, जिन्होंने पाकिस्तानी हमलों की साजिश को नाकाम किया। आर्मी चीफ़ ने जवानों को बधाई दी और तैयारियों का भी जायजा लिया। जनरल उपेंद्र द्विवेदी के नेतृत्व में भारतीय सेना के जवानों ने ‘भारत माता की जय’ के नारे भी लगाए।
आर्मी चीफ लोंगेवाला पोस्ट पर गए। लोंगेवाला राजस्थान के जैसलमेर में थार रेगिस्तान में एक छोटी सी जगह है। ये इलाका पाकिस्तान के बॉर्डर पर है। इस जगह का खास महत्व है, क्योंकि यहां के पोस्ट पर 1971 में 4 से 7 दिसंबर के बीच पाकिस्तान ने अटैक कर दिया था। दोनों देशों के जवानों के बीच यहां भीषण लड़ाई हुई थी। इस लड़ाई में, 120 भारतीय सैनिकों ने बड़ी बहादुरी से 3,000 पाकिस्तानी सैनिकों और उनके 46 टैंकों के हमले का सामना किया था। इस युद्ध में जीत भारत की हुई थी। इसी लड़ाई पर फिल्म बॉर्डर भी बन चुकी है।
आर्मी चीफ के बाद CDS जनरल अनिल चौहान ने भी सैन्य स्टेशन और वायु सेना स्टेशन का दौरा किया। सीडीएस जनरल अनिल चौहान ने सूरतगढ़ सैन्य स्टेशन और नलिया वायु सेना स्टेशन का दौरा किया और जवानों का हौसला बढ़ाया। ये दोनों सैन्य ठिकाने अग्रिम क्षेत्र में रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण माने जाते हैं। सीडीएस ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान दुश्मनों के खतरों को बेअसर करने पर सैनिकों के साहस की तारीफ की। उन्होंने जवानों से आगे की चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए तैयार रहने को भी कहा।