उप्र के कई जिलों में बारिश का अलर्ट, असम में बाढ़ का खतरा
लखनऊ । उत्तर प्रदेश में बारिश से राहत के आसार अभी नहीं दिख रहे। मौसम विभाग ने मंगलवार के लिए फिर प्रदेश में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। बारिश की चेतावनी की वजह से लखनऊ में कक्षा 12 तक के सभी बच्चों के लिए स्कूल बंद कर दिए गए हैं। सोमवार को भी स्कूल बंद रहे।
बारिश से कब मिलेगी राहत?
मौसम विभाग के मुताबिक उत्तर प्रदेश में बारिश से अगले 24 घंटे तक राहत नहीं मिलने वाली है। बुधवार दोपहर से आसमान से बादल छंटने के आसार हैं। यानी कि बुधवार शाम से या गुरुवार सुबह से धूप निकल सकती है।
कई जिलों में आज भी अलर्ट
प्रदेश के गोंडा, बाराबंकी, बहराइच, श्रावस्ती और बलरामपुर में ऑरेंज, जबकि 58 जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है। उधर, रविवार शाम सात बजे से सोमवार सुबह 8.50 बजे तक 130 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है। लखनऊ समेत कुछ जिलों में दोपहर एक बजे से मौसम साफ होने से लोगों को कुछ राहत मिली।
ये भी पढ़े-जागरूकके लिए निकला एम्स का ट्रामा रथ, मुख्यमंत्री ने किया फ्लैग ऑफ
गोरखपुर, संत कबीर नगर, बस्ती, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, सीतापुर, हरदोई, कानपुर नगर, उन्नाव, लखनऊ, रायबरेली, अमेठी, अयोध्या, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर व आसपास भारी बारिश की चेतावनी है। वहीं, बुधवार को लखनऊ समेत कई इलाकों को चेतावनी से बाहर कर प्रतापगढ़, सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली, वाराणसी, संत रविदासनगर समेत कई जिलों में गरज चमक का अनुमान है। बांदा, चित्रकूट, प्रयागराज, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर और आसपास के इलाकों में बारिश हो सकती है। इससे पहले पांच अक्तूबर को 38.8 मिमी बारिश हुई थी। वहीं, एक से 10 अक्तूबर तक सबसे ज्यादा बारिश श्रावस्ती (404.7 मिमी), लखीमपुर खीरी (323.7 मिमी) और बाराबंकी (275.0 मिमी) में हुई है।
असम में बाढ़ की स्थिति
असम के धेमाजी में बाढ़ की स्थिति लगातार बनी हुई है। लगभग 200 परिवार बाढ़ से प्रभावित हैं। फसलों को नुकसान पहुंचा है, कई ग्रामीणों को अपना घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर जाना पड़ा है।