दिल्ली। आज 18 सितंबर यानी आज विश्व बांस दिवस है। हर साल आज के दिन को वर्ल्ड बैंबू डे के रूप में मनाया जाता है। बैंबू यानी बांस उद्योग व उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए लोगो में जागरूकता फैलाई जाती है। बांस असल में बहुत ही फायदेमंद है। अब इससे जुड़ी कई रोचक बातें कम ही लोगों को पता होंगी।
अगर आप से कहा जाये कि क्या आपने कभी बैंबू यानी बांस खाया है? तो ये सवाल शायद आपको हैरान कर दें लेकिन यह सच है कि कई जगहों पर बांस को खाया जाता है। बता दें की पांडा जैसे जानवर के अलावा इंसान भी इसे खाते हैं। आप जान कर हैरान हो जायेंगे कि बैंबू के शूट्स का सेवन स्टू, सूप, ग्रेवी, अचार और सलाद के तौर पर भी किया जाता है। आपको बता दें कि एक पूरा दिन बांस को समर्पित है।
बता दें, साल 2009 में वर्ल्ड बैंबू डे को मनाने की शुरुआत वर्ल्ड बैंबू ऑर्गनाइजेशन ने की थी। बैंबू के उपयोग और इसे उगाने व इसके इस्तेमाल के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए इस दिन को विशेष रूप से मनाया जाता है। बैंबू सिर्फ खाने या प्रोडक्ट्स बनाने के ही नहीं, बल्कि इसके कई और फायदे भी हैं। आज हम आपको बताएंगे इससे जुड़ी दिलचस्प बातें।
इकोसिस्टम का हिस्सा है बांस
बांस के जंगल जीवों और वनस्पतियों का आवास हैं । बांस बॉयोडाइवर्स इकोसिस्टम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है । पांडा समेत कई जानवर भोजन और आश्रय के लिए बांस पर निर्भर हैं।
बहुत जल्दी ग्रो करता है बैंबू
जानकारों के मुताबिक पृथ्वी पर बांस सबसे तेजी से बढ़ने वाला पौधा है। बांस की कुछ प्रजातियां प्रति दिन 1 मीटर से अधिक बढ़ सकती हैं। आप जानकर हैरान हो जायेंगे कि कोई दूसरा पौधा इतनी तेजी से नहीं बढ़ता है।
टिंबर का एंडलेस सोर्स
बांस इमारती लकड़ी यानी टिंबर की आपूर्ति करता है। बांस के जंगल बाकी पेड़ों के जंगलों की तुलना में बहुत तेजी से विकसित होते हैं।
ऑक्सीजन का अच्छा सोर्स
बांस पेड़ों से ज्यादा ऑक्सीजन पैदा करता है। बांस अन्य पेड़ों-पौधों की तुलना में लगभग 35% अधिक ऑक्सीजन का उत्पादन करता है।
बैंबू है ‘कार्बन सिंक’
बांस के पौधे भारी मात्रा में ग्रीनहाउस गैसों को अवशोषित करते हैं। ये ‘कार्बन सिंक’ की तौर पर काम करता हैं।
पानी को स्टोर करने का काम करता है बांस
बांस बरसात के मौसम में अपने राइजोम्स और तनों में बड़ी मात्रा में पानी इकट्ठा कर सकता है।