भारत में कोरोना को मात देने के लिए पहली नेसल कोविड वैक्सीन का थर्ड फेज में सफल परीक्षण कर लिया है। नाक से दी जाने वाली इस वैक्सीन BBV154 को बूस्टर डोज के रूप में दी जाएगी। विशेषज्ञों के अनुसार, BBV154 वैक्सीन ट्रॉयल में सुरक्षित, इम्युनिटी बूस्टर वाला है। इस नेसल वैक्सीन को भारत बॉयोटेक इंटरनेशनल लि. ने तैयार किया है।
तीनों ट्रॉयल हुआ सफल
भारत बॉयोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड के अनुसार BBV-154 नेसल वैक्सीन का तीन क्लीनिकल ट्रायल किया गया। पहले और दूसरे क्लीनिकल ट्रायल में सफलता के बाद तीसरा ट्रायल किया गया। वैज्ञानिकों के अनुसार पहला और दूसरा ट्रायल सफल होने के बाद उनमें तीसरे बूस्टर डोज के रूप में इसका परीक्षण कराया गया। परीक्षण के आंकड़े उत्साह बढ़ाने वाले हैं। वैक्सीन पूरी तरह से सेफ है और प्रत्येक मानक पर खरा उतर रहा।
तीसरे फेज के डेटा को ड्रग रेगुलेटरी के पास भेजा
नेसल वैक्सीन के थर्ड फेज के आंकड़े को नेशनल रेगुलेटरी अथॉरिटी के पास मंजूरी के लिए भेजा गया है। पहली खुराक के परीक्षण के दौरान कई स्तरों पर जांच की गई थी। पहले चरण के क्लीनिकल ट्रायल में स्वस्थ वॉलंटियर्स को दी गई वैक्सीन की खुराक ने अच्छी तरह से काम किया। कोई प्रतिकूल घटना नहीं हुई। अगर ड्रग रेगुलेटरी अथॉरिटी से वैक्सीन को मंजूरी मिल गई तो वह देशवासियों के लिए उपलब्ध होगा।
Serum Institute लाने जा रहा ओमीक्रोन स्पेसिफिक वैक्सीन
भारत में देसी कोविड वैक्सीन की सौगात दे चुके सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने ओमीक्रॉन वायरस के खात्म के लिए खास वैक्सीन बनाने का दावा किया है। सीरम इंस्टीट्यूट, यह वैक्सीन नोवावैक्स के साथ मिलकर बना रहा है। SII के प्रमुख अदार पूनावाला ने बताया कि वैक्सीन ओमीक्रॉन के बीए-5 सब-वेरिएंट के लिए स्पेशली बनाया जा रहा है। यह छह महीने के भीतर उपलब्ध हो सकेगा।