प्रधानमंत्री मोदी कल से जर्मनी, डेनमार्क और फ्रांस की तीन दिन की आधिकारिक यात्रा पर, जानें क्या होगा एजेंडा?
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जर्मनी, डेनमार्क और फ्रांस की तीन दिन की आधिकारिक यात्रा कल से शुरू हो रही है। यह इस वर्ष प्रधानमंत्री की पहली विदेश यात्रा होगी।
यात्रा के पहले चरण में, प्रधानमंत्री राजधानी बर्लिन में जर्मन चांसलर ओलफ शोल्ज के साथ वार्ता करेंगे। दोनों नेता छठी भारत-जर्मनी अंतर-सरकारी परामर्श बैठक की सह-अध्यक्षता भी करेंगे। इस बैठक में दोनों देशों के कई मंत्री शामिल होंगे। पिछले वर्ष दिसम्बर में सत्ता में आई जर्मन सरकार के साथ यह श्री मोदी की पहली बैठक होगी।
इस यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री और चांसलर शोल्ज व्यापारिक सम्मेलन को भी संयुक्त रूप से सम्बोधित करेंगे। मोदी जर्मनी में भारतीय समुदाय के साथ भी संवाद करेंगे।
यूरोप यात्रा के दूसरे चरण में श्री मोदी डेनमार्क के प्रधानमंत्री मेट फ्रेडरिकसन के निमंत्रण पर कोपनहेगन जाएंगे, जहां वे दूसरे भारत-नॉर्डिक सम्मेलन में भागीदारी करेंगे। वे, प्रधानमंत्री फ्रेडरिकसन के अलावा, महारानी मार्ग्रेट द्वितीय के साथ भी वार्ता करेंगे। इन वार्ताओं के दौरान दोनों पक्ष अपने संबंधों में हुई प्रगति की समीक्षा करेंगे और अन्य क्षेत्रों में भी सहयोग बढ़ाने पर विचार करेंगे। डेनमार्क यात्रा के क्रम में प्रधानमंत्री भारत-डेनमार्क व्यापार मंच में भागीदारी करेंगे और भारतवंशियों को सम्बोधित करेंगे।
दूसरे भारत-नॉर्डिक सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री आइसलैंड, नार्वे, स्वीडन और फिनलैंड के प्रधानमंत्रियों के साथ संवाद करेंगे। इस सम्मेलन के दौरान कोरोना के पश्चात अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने, जलवायु परिवर्तन के निपटने, नवाचार और प्रौद्योगिकी, नवीकरणीय ऊर्जा, नए वैश्विक सुरक्षा परिदृश्य और आर्कटिक क्षेत्र में नॉर्डिक देशों के साथ भारत के सहयोग पर विशेष तौर पर विचार-विमर्श करेंगे। पहला भारत-नॉर्डिक सम्मेलन वर्ष 2018 में स्टाकहोम में आयोजित हुआ था।
यात्रा के अंतिम चरण में, प्रधानमंत्री कुछ समय के लिए पेरिस में रुककर फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों से मुलाकात करेंगे। भारत और फ्रांस इस वर्ष अपने राजनयिक संबंधों की प्लैटिनम जयंती मना रहे हैं। मैक्रों के साथ मुलाकात में दोनों देश अपनी सामरिक भागीदारी को और अधिक मजबूत कर सकते हैं।