कोविड के बाद अब देश में बढ़ा ब्लैक फंगस का खतरा, 50% लोगों की जा रही जान
नई दिल्ली: कोरोना वायरस की भयावह लहर से अभी देश जूझ ही रहा है कि इसी बीच एक और घातक बीमारी ने आफत ला दी है। यह जानलेवा बीमारी का नाम Mucormycosis है। इसका सबसे ज्यादा खतरा डायबिटीज के मरीजों को है जो कोरोना की चपेट में आ गए हैं। रिकवरी के दौरान और रिकवरी के बाद भी ब्लैक फंगस के मामले सामने आ रहे हैं।
बता दें कि डॉक्टरों के अनुसार अगर शुरुआती स्टेज में ही बीमारी पकड़ में आ जाती है तो मरीज का पूरी तरह इलाज किया जा सकता है। यदि नाक में ही फैली है और ब्रेन व फेफड़ों तक नहीं पहुंची है तो भी मरीज के बचने के चांस 50-50 हैं। यदि फेफड़ों तक फैल गई तो मरीज के बचने के चांस 25 प्रतिशत रह जाते हैं और यदि म्यूकरमायकोसिस ब्लड में फैल गई है तो मरीज के बचने के चांस बहुत कम हो जाते हैं। इसलिए अलर्ट रहने के साथ ही शक होने पर नेजल एंडोस्कॉपी कराना बेहद जरूरी है।
महाराष्ट्र-गुजरात और राजस्थान जैसे राज्यों में इसका असर ज़्यादा है। हालात ये हैं कि इसके करीब 50 फीसदी मरीज़ों की जान जा रही है। महाराष्ट्र में इस वक्त Mucormycosis के करीब 2000 से ज्यादा एक्टिव केस सामने आ गए हैं, जिसने राज्य सरकार की चिंता को बढ़ा दिया है। अब जिन अस्पतालों के साथ मेडिकल कॉलेज अटैच हैं, वहां पर Mucormycosis बीमारी के मरीजों के इलाज की व्यवस्था की जा रही है।