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क्या भारत में ‘डबल म्युटेशन वायरस’ ने मचा रखी है तबाही ? जानिए पूरी बात…

नई दिल्ली: देशभर में कोरोना वायरस ने त्राहि-त्राहि मचा रखा है। देश की यह हालत हर रोज और विस्फोटक होती जा रही है। रोजाना आ रहे पॉजिटिव मरीजों की संख्या हर दिन नए रिकॉर्ड बना रही है। अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि जितने केस अमेरिका और ब्राजील को मिलाकर नहीं आए हैं, उससे कहीं ज्यादा केस अकेले भारत में रिपोर्ट किए गए हैं। यह हालत तब है जब वैक्सीनेशन जोरों-शोरों से हो रहा है।

ऐसे में सवाल यह है कि क्या वायरस का कोई नया रूप भी आ गया है ? जिसने पहले से ज्यादा तबाही मचा रखी है। सवाल का जवाब है, हाँ। दरअसल, नेशनल सेंटर फ़ॉर डिसीज कंट्रोल की हालिया रिपोर्ट के मुताबिक भारत में नोवेल कोरोना वायरस का “नया डबल म्युटेंट वैरीएंट” पाया गया है। इस वैरीएंट को ‘B.1.617’ का नाम दिया गया है। ये वैरीएंट अब तक आठ देशों में पाया जा चुका है।समझा जाता है कि इनमें म्युटेशन वाले करीब 70 फीसदी सैम्पल्स की उपज भारत में हुई है। विशेषज्ञ नए डबल म्यूटेंट स्ट्रेन को देसी वैरीएंट बता रहे हैं।

इस डबल म्युटेशन वायरस में दो तरह के म्यूटेशंस हैं- E484Q और L452R म्यूटेशन। ये वायरस का वो रूप है, जिसके जीनोम में दो बार बदलाव हो चुका है। वायरस खुद को लंबे समय तक प्रभावी रखने के लिए लगातार अपनी जेनेटिक संरचना में बदलाव लाते रहते हैं, ताकि उन्हें खत्म ना किया जा सके। दो तरह के वायरस म्यूटेशन के कारण ही यह बेहद खतरनाक माना जाता है। वायरस का यह नया वैरिएंट घरेलू और कॉमन है। डबल म्यूटेंट वायरस की पहचान देश के कम से कम पांच राज्यों में की जा चुकी है। इन्हीं राज्यों में पिछले महीने कोरोना वायरस के मामलों में काफी तेजी से उछाल देखा गया जिनमें महाराष्ट्र, दिल्ली और पंजाब भी शामिल हैं।

विशेषज्ञों के अनुसार, डबल म्यूटेंट वायरस ज्यादा संक्रामक है जो कि ज्यादा तेज गति से फैलता और गंभीर बीमारियां पैदा करता है। इसने पूरे हेल्थकेयर सिस्टम को ही नाकाम करने की हालत में ला दिया है जैसा कि इस वक्त देखा जा रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी बयान जारी कर कहा है कि नया वैरिएंट संक्रमण रेट को भी बढ़ा सकता है और यह लोगों के इम्युनिटी डिफेंस को आसानी से भेद सकता है और संक्रामकता को बढ़ा सकता है।

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