महंत परमहंस दास बोले, शबनम को फांसी हुई तो आएंगी आपदाएं
अयोध्या। अपने परिवार के सात लोगों की हत्या की आरोपी अमरोहा की शबनम फांसी के फंदे के नजदीक पहुंच गई है। शबनम की मौत का फरमान जब जारी हो जाएगा, तो उसे रामपुर जेल से मथुरा जिला कारागार शिफ्ट कर दिया जाएगा। इन सबके अयोध्या में तपस्वी छावनी के महंत परमहंस दास ने राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद से अपील की है कि वह शबनम की फांसी की सजा माफ कर दें। अगर किसी महिला को फांसी दी जाती है तो इससे समाज का भला नहीं होगा, बल्कि इससे दुर्भाग्य और आपदाओं को न्यौता मिलेगा।
उन्होंने कहा कि हिंदू धर्म के गुरु होने के नाते मैं राष्ट्रपति से अपील करता हूं कि शबनम की दया याचिका को स्वीकार कर लें। जेल में अपने अपराध के लिए वह प्रायश्चित कर चुकी है। अगर उसे फांसी दी गई तो यह इतिहास का सबसे दुर्भाग्यपूर्ण अध्याय होगा। हमारा संविधान राष्ट्रपति को असाधारण शक्तियां देता है, उन्हें इन शक्तियों का प्रयोग क्षमा देने में करना चाहिए।’
ये पूरा मामला अमरोहा जिले में बावन खेड़ी नामक एक गांव है। यहाँ शबनम नाम की महिला ने अपने प्रेमी सलीम के साथ मिलकर परिवार के 7 लोगों का गला रेतकर हत्या कर दी थी। इस हत्याकांड को याद कर आज भी गांव के लोग सिहर उठते हैं। बावन खेड़ी गांव में 14 15 अप्रैल की रात उस समय हड़कंप मच गया जब एक ही परिवार के 7 लोगों की गला रेतकर हत्या कर दी गई। इस घर में सिर्फ एक 25 वर्षीय लड़की बची थी जिसका नाम था शबनम। शबनम ने सलीम के साथ मिलकर अपने पूरे परिवार का सफाया कर दिया उस समय शबनम 7 सप्ताह की गर्भवती भी थी। शुरूआत में उसने यह दलील देकर खुद को बचाने की कोशिश की कि लुटेरों ने उसके परिवार पर हमला कर दिया था और बाथरूम में होने की वजह से वह बच निकलने में कामयाब रही लेकिन परिवार में वही एकमात्र जिंदा बची थी। इसलिए पुलिस का शक उस पर गहरा गया और उसकी कॉल डिटेल खंगाल ई गई तो सारा सच सामने आ गया।