फतेहगढ़ साहिब शहीदी सभा: 50 लाख श्रद्धालुओं के लिए स्वास्थ्य, सुरक्षा और यातायात के पुख्ता इंतजाम

फतेहगढ़ साहिब (पंजाब): पंजाब के फतेहगढ़ साहिब में आयोजित होने वाली शहीदी सभा के अवसर पर छोटे साहिबजादों और माता गुजरी जी को श्रद्धांजलि देने के लिए देश-विदेश से करीब 50 लाख श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है। इस विशाल आयोजन को देखते हुए पंजाब सरकार ने सभी आवश्यक प्रबंध पूरे कर लिए हैं।
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने बताया कि श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए 20 आम आदमी क्लीनिक और 5 डिस्पेंसरी स्थापित की जा रही हैं। इन केंद्रों पर विशेषज्ञ डॉक्टर, मेडिकल स्टाफ, दवाइयां और जरूरी चिकित्सा उपकरण उपलब्ध रहेंगे, ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत इलाज किया जा सके।
श्रद्धालुओं के लिए मुफ्त यात्रा सुविधा देने के उद्देश्य से ‘इंटर सिटी शटल बस सेवा’ शुरू की जाएगी। शहीदी सभा के दौरान 200 शटल बसें और 100 ई-रिक्शा चलाए जाएंगे, जो पार्किंग स्थलों से गुरुद्वारा साहिब तक संगत को पहुंचाएंगे। ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के लिए गूगल की तकनीकी सेवाओं का उपयोग किया जाएगा, जिससे सड़कों की वास्तविक स्थिति की जानकारी मिल सकेगी और जरूरत पड़ने पर वैकल्पिक मार्ग अपनाए जाएंगे। इसके अलावा 5 बड़ी और 16 छोटी पार्किंग सुविधाएं भी विकसित की गई हैं।
श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए 3200 से अधिक पुलिस कर्मियों की तैनाती की जाएगी। इसके साथ ही एक इंटीग्रेटेड कंट्रोल सेंटर स्थापित किया गया है। सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर 0176-3232838 जारी किया गया है। शहर के प्रमुख स्थानों पर 300 सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे और ड्रोन के जरिए भी निगरानी रखी जाएगी। मोबाइल नेटवर्क को मजबूत करने के लिए अस्थायी टावर लगाए जा रहे हैं। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए 60 एंबुलेंस और फायर ब्रिगेड वाहन तैनात रहेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शहीदी सभा के दौरान सफाई व्यवस्था को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई है। विभिन्न जिलों से मशीनरी मंगवाई गई है और स्वयंसेवकों की टीमें दिन-रात अलग-अलग शिफ्टों में सफाई कार्य करेंगी, ताकि शहर की पवित्रता बनी रहे। इसके साथ ही पंजाब सरकार की ओर से एक बड़ा रक्तदान शिविर भी लगाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि बिना अनुमति किसी को भी रक्तदान शिविर लगाने की इजाजत नहीं होगी और नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि शहीदी सभा के सफल आयोजन के लिए सरकार का कर्तव्य है कि संगत को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की ओर से यदि किसी भी तरह की सहायता मांगी जाती है, तो सरकार पूरा सहयोग देगी। उन्होंने छोटे साहिबजादों बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह की शहादत को मानव इतिहास में अद्वितीय बताते हुए कहा कि धर्म और मानव अधिकारों की रक्षा के लिए दी गई यह कुर्बानी आज भी पूरे सिख समाज के लिए प्रेरणास्रोत है।
मुख्यमंत्री ने यह भी जानकारी दी कि अमृतसर की वॉल्ड सिटी, तलवंडी साबो और श्री आनंदपुर साहिब को पवित्र शहर घोषित करने का नोटिफिकेशन जारी किया जा चुका है। यह निर्णय दुनिया भर में बसे सिख समुदाय की लंबे समय से चली आ रही मांग को पूरा करता है। दिल्ली के प्रदूषण पर टिप्पणी करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब में वायु गुणवत्ता सूचकांक संतोषजनक स्तर पर है और पराली जलाने की घटनाओं में उल्लेखनीय कमी आई है। वहीं मनरेगा योजना का नाम बदलने के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि केवल नाम बदलने से व्यवस्था नहीं सुधरती, बल्कि जनता के हित में ठोस फैसले लेना जरूरी होता है।







