कोरिया में प्रवासी पंजाबियों को राज्य का ब्रांड एम्बेसडर बनने का आह्वान, CM भगवंत मान बोले -‘पंजाब को वैश्विक निवेश हब बनाना है’

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने रविवार को सियोल में रह रहे प्रवासी पंजाबियों को संबोधित करते हुए उन्हें प्रदेश का राजदूत बनकर काम करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि कोरियन कंपनियों को पंजाब में निवेश के लिए प्रेरित करने में प्रवासी समुदाय महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है, क्योंकि पंजाब दुनिया के सबसे पसंदीदा निवेश गंतव्यों में तेजी से उभर रहा है।
सियोल में पंजाबी समुदाय के साथ संवाद कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की उद्योग-हितैषी नीतियों के कारण निवेशक पहले ही पंजाब में निवेश को लेकर उत्साहित हैं। ऐसे में विदेशों में रह रहे पंजाबी प्रदेश के ब्रांड एम्बेसडर बनकर और अधिक निवेश आकर्षित करने में मदद कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि पंजाबी स्वभाव से उद्यमी होते हैं और हर व्यक्ति को अपने राज्य के औद्योगिक विकास को आगे बढ़ाने के लिए योगदान देना चाहिए। मान ने यह भी कहा कि सरकार पंजाब में उद्योगों के लिए अनुकूल माहौल तैयार कर चुकी है और अब जन्मभूमि की सेवा का अवसर प्रवासी पंजाबियों के पास है।
मुख्यमंत्री के अनुसार इस प्रयास से युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे और प्रदेश की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी, जिससे रंगला पंजाब का सपना पूरा होगा। उन्होंने कहा कि यह गर्व की बात है कि पंजाबियों ने हर देश में अपनी मेहनत और प्रतिभा के बल पर विशेष पहचान बनाई है।
कार्यक्रम के दौरान मान ने समुदाय की उद्यमशीलता, सांस्कृतिक प्रतिबद्धता और लोगों तथा व्यवसायों के बीच संबंधों को मजबूत करने में उनके योगदान की सराहना की। उन्होंने कोरियन कंपनियों को मार्गदर्शन देकर पंजाब को प्राथमिक निवेश गंतव्य के रूप में प्रमोट करने में भी सक्रिय भूमिका निभाने की अपील की। मुख्यमंत्री ने रोजगार, नवाचार और तकनीकी सहयोग को बढ़ावा देने के लिए भी प्रवासी समुदाय से समर्थन मांगा।
मान ने कहा कि पंजाब सरकार का लक्ष्य नीतिगत स्थिरता, त्वरित निर्णय प्रक्रिया और निवेशकों के समय व विश्वास का सम्मान करने वाली व्यवस्था के माध्यम से राज्य को वैश्विक उद्योगों के लिए सबसे पसंदीदा गंतव्य के रूप में स्थापित करना है। उन्होंने बताया कि प्रदेश का दृष्टिकोण साझेदारी पर आधारित है, जहां सरकार उद्योगों के साथ मिलकर उनकी जरूरतों के अनुरूप कार्य करती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब ने आधारभूत ढांचा मजबूत किया है, औद्योगिक क्षमता बढ़ाई है और नए निवेश मार्ग खोले हैं।
उन्होंने शासन और नियामक सुधारों का भी उल्लेख किया, जिनमें फास्टट्रैक पंजाब सिंगल-विंडो सिस्टम, 173 सेवाओं की ऑटो-डीम्ड मंजूरी, पैन-आधारित कारोबारी पहचान और पंजाब कारोबार अधिकार अधिनियम में संशोधन शामिल हैं, जो समयबद्ध अनुमतियों को सुनिश्चित करते हैं। मान ने बताया कि इन्वेस्ट पंजाब के माध्यम से 1.4 लाख करोड़ रुपये से अधिक का निवेश पहले ही सुनिश्चित किया जा चुका है।
प्रवासियों ने मुख्यमंत्री का गर्मजोशी से स्वागत किया और पंजाब की वैश्विक पहचान, संस्कृति, भाषा, व्यंजनों और परंपराओं को कोरिया में जीवित रखने के प्रयासों पर संतोष जताया। समुदाय ने विश्वास व्यक्त किया कि यह दौरा पंजाब और दक्षिण कोरिया के बीच औद्योगिक, तकनीकी और सांस्कृतिक सहयोग का नया अध्याय खोलेगा।
अरान इंटरनेशनल के प्रबंध निदेशक सी. आकाश ने पंजाब के फूड प्रोसेसिंग सेक्टर में निवेश की संभावनाओं में रुचि दिखाई। प्रख्यात विद्वान डॉ. लखविंदर सिंह ने रक्षा और एयरोस्पेस क्षेत्रों में निवेश आकर्षित करने के लिए दक्षिण कोरिया में रोड शो आयोजित करने की मुख्यमंत्री की पहल का स्वागत किया। कोरिया में पंजाबी एसोसिएशन की चेयरपर्सन मीनाक्षी पवार ने कहा कि लंबे समय बाद पंजाब सरकार का उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल कोरिया आया है, जिससे दीर्घकालिक सहयोग के नए अवसर बनेंगे।
जापान की सफल यात्रा के बाद मुख्यमंत्री ने दक्षिण कोरिया में अंतरराष्ट्रीय निवेश आउटरीच के इस चरण की शुरुआत की है। उन्होंने कोरिया में भारत के राजदूत गौरंगलाल दास के साथ विस्तृत चर्चा कर फूड प्रोसेसिंग, एग्री-टेक, नवीकरणीय ऊर्जा, विनिर्माण, रक्षा, एयरोस्पेस और शहरी आधारभूत ढांचे जैसे क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा देने की रणनीति साझा की।
सोमवार को पंजाब का प्रतिनिधिमंडल कई प्रमुख बैठकों में भाग लेगा। इनमें डेवू ई एंड सी, जीएस ई एंड सी और नोंगशिम जैसी कंपनियों के साथ बैठक शामिल है, जिसमें निर्माण इंजीनियरिंग, आधारभूत ढांचा विकास और उन्नत फूड प्रोसेसिंग के अवसरों पर चर्चा होगी। इसके बाद मुख्यमंत्री पंजाब में कारोबार की सुगमता पर गोलमेज बैठक में हिस्सा लेंगे, जिसमें प्रमुख कानूनी फर्में, निवेशक, सलाहकार और व्यापारिक संगठन शामिल होंगे।
प्रतिनिधिमंडल पेंग्यो टेक्नो वैली का दौरा भी करेगा, जहां वे अनुसंधान एवं विकास, स्टार्टअप इकोसिस्टम और हाई-टेक औद्योगिक विकास के मॉडल का अध्ययन करेंगे। दिन का समापन कोरिया डिफेंस इंडस्ट्री एसोसिएशन के साथ बैठक से होगा, जिसमें रक्षा विनिर्माण और एयरोस्पेस तकनीकों में सहयोग की संभावनाओं पर विचार किया जाएगा।







