वरिष्ठ कांग्रेस नेता श्रीप्रकाश जायसवाल का निधन, राहुल गांधी-खड़गे और सीएम योगी ने जताया दुख

नई दिल्ली। पूर्व केंद्रीय कोयला मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता श्रीप्रकाश जायसवाल का शुक्रवार शाम कानपुर में लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। वह 81 वर्ष के थे। उनके निधन की खबर से राजनीतिक जगत में शोक की लहर है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे से लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक कई नेताओं ने गहरा दुःख व्यक्त किया है।
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने एक्स पर लिखा, “पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता श्रीप्रकाश जायसवाल जी के निधन का समाचार अत्यंत दुःखद है। जनसेवा और पार्टी के प्रति उनकी निष्ठा एक मिसाल है। उनका जाना कांग्रेस के लिए अपूरणीय क्षति है। इस कठिन समय में मेरी संवेदनाएं उनके शोकाकुल परिवार और समर्थकों के साथ हैं।”
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने श्रद्धांजलि देते हुए कहा, “UPA सरकार में मेरे सहयोगी रहे श्रीप्रकाश जायसवाल जी का निधन अत्यंत दुःखद है। वे एक सच्चे और निष्ठावान कांग्रेसी थे, जिन्होंने कानपुर के विकास के लिए पूरी ईमानदारी से सेवा की। उनका जाना कांग्रेस के लिए एक बड़ी क्षति है। मैं उनके परिवार और समर्थकों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं और दिवंगत आत्मा की शांति की कामना करता हूं।”
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी एक्स पर संवेदना जताते हुए लिखा, “पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ राजनेता श्री श्रीप्रकाश जायसवाल जी का निधन अत्यंत दुःखद है। उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि! प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें और परिवारजनों को यह दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें। ॐ शांति!”
राजनीतिक जीवन
श्रीप्रकाश जायसवाल 1999 से 2009 तक लगातार तीन बार कानपुर से सांसद रहे। मनमोहन सिंह सरकार में उन्होंने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री और केंद्रीय इस्पात राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) के रूप में महत्वपूर्ण जिम्मेदारियाँ संभालीं।
जायसवाल ने 1989 में पहली बार कानपुर नगर महापौर का चुनाव जीता था। 1999 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने तीन बार के भाजपा सांसद जगत वीर सिंह द्रोण को हराकर संसद में प्रवेश किया। इसके बाद 2004 में भाजपा के सत्यदेव पचौरी और 2009 में सतीश महाना को हराकर वे दोबारा सांसद चुने गए।
2014 में उन्हें भाजपा के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी ने और 2019 में एक बार फिर सत्यदेव पचौरी ने पराजित किया। स्वास्थ्य कारणों से उन्होंने 2024 का लोकसभा चुनाव नहीं लड़ा।केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल होने से पहले वे 2000 से 2002 तक उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी (UPCC) के अध्यक्ष भी रहे।







