राजस्थान : इटावा में जेईएन पर हमले के विरोध में अभियंता सामूहिक अवकाश पर, नहरों में जल प्रवाह बंद

रिपोर्ट – कामेन्दु जोशी, राजस्थान
इटावा क्षेत्र में कनिष्ठ अभियंता के साथ मारपीट की घटना के विरोध में शुक्रवार को विभिन्न विभागों के अभियंता सामूहिक अवकाश पर रहे और कार्य बहिष्कार किया। इंजीनियर्स की संयुक्त संघर्ष समिति के आह्वान पर सम्भागीय कार्यालय पर एक दिवसीय सांकेतिक धरना आयोजित किया गया। प्रदर्शन के दौरान नहरों और वितरिकाओं में जल प्रवाह पूरी तरह रोक दिया गया, जिससे नहर प्रबंधन सहित सभी फील्ड कार्य प्रभावित रहे।
घटना के अनुसार, 22 नवंबर को इटावा क्षेत्र के रामपुरिया माइंस में नहर के प्रवाह को बाधित करने को लेकर हुए विवाद के दौरान सिंचाई विभाग के जेईएन नितिन पटेल के साथ कुछ लोगों ने मारपीट की थी। पांच दिन बीत जाने के बाद भी आरोपियों की गिरफ्तारी न होने से अभियंताओं में रोष व्याप्त है।
संघर्ष समिति ने मुख्यमंत्री के नाम सम्भागीय आयुक्त को ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि अभियंताओं पर हमला किसी भी स्थिति में स्वीकार्य नहीं है और प्रशासन को त्वरित व ठोस कार्रवाई करनी चाहिए। प्रतिनिधिमंडल ने चेतावनी दी कि यदि दो दिन के भीतर आरोपी गिरफ्तार नहीं होते, तो अभियंता अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाएंगे, जिससे नहरों की जल आपूर्ति पूरी तरह बंद रहेगी।
धरने में इंजीनियर डीपी चौधरी, हेमराज मीणा, हेमंत सनाढ्य, बलवंत सिंह हाडा, दिनेश जैन, डीके शर्मा, नमो नारायण मीणा, मधुसूदन शर्मा, एसपी कथूरिया, बाबुद्दीन, जीवनधर राठौर, मुरारी मीणा, प्रदीप लोकवानी सहित कई अभियंता मौजूद रहे।
अभियंताओं की प्रमुख मांगें
जेईएन नितिन पटेल पर हमले में शामिल सभी आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी
अभियंताओं की सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जाए
नहर व्यवस्था में बाधा उत्पन्न करने वालों पर कठोर कार्रवाई
अभियंताओं की सुरक्षा के लिए स्थायी और प्रभावी उपाय किए जाएँ
संयुक्त संघर्ष समिति ने स्पष्ट किया कि अभियंताओं की सुरक्षा और सम्मान से किसी प्रकार का समझौता स्वीकार्य नहीं है और आवश्यक हुआ तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।







