हॉन्ग कॉन्ग में भयानक अग्निकांड, 8 इमारतें 24 घंटे से जल रहीं; 94 लोगों की मौत, 280 लापता

हॉन्ग कॉन्ग ऊंची इमारतों के लिए जाना जाता है, लेकिन इस समय यह अपने इतिहास की सबसे भयावह आग से जूझ रहा है। ताई पो जिले में स्थित 35 मंजिला आठ इमारतों वाला वांग फुक कोर्ट अपार्टमेंट कॉम्प्लेक्स बुधवार से जल रहा है। इस भीषण आग में अब तक 94 लोगों की मौत हो चुकी है, 70 से अधिक लोग घायल हैं और 280 से ज्यादा लोग लापता बताए जा रहे हैं।
आग इतनी तेज़ थी कि फायर ब्रिगेड को इसे नियंत्रित करने में घंटों लग गए। 24 घंटे बीत जाने के बाद भी आग पूरी तरह काबू में नहीं आ सकी। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि इमारतों के रेनोवेशन के दौरान लिफ्ट की खिड़कियों को ढकने के लिए लगाए गए स्टायरोफॉम ने आग को तेजी से फैलाने में अहम भूमिका निभाई। इस मामले में ठेकेदार सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
1983 में बना था वांग फुक कोर्ट कॉम्प्लेक्स
ताई पो जिले के सबसे ऊंचे और घनी आबादी वाले इस अपार्टमेंट कॉम्प्लेक्स का निर्माण वर्ष 1983 में हुआ था। इसमें आठ गगनचुंबी इमारतें और करीब 2,000 फ्लैट हैं। 2021 की जनगणना के अनुसार यहां लगभग 4,634 लोग रहते थे। आग की गंभीरता को देखते हुए इसे लेवल-5 घोषित कर दिया गया है, जो हॉन्ग कॉन्ग में सबसे खतरनाक श्रेणी मानी जाती है। प्रभावित लोगों के लिए अस्थायी शेल्टर होम भी बनाए गए हैं।
हॉन्ग कॉन्ग के इतिहास में पूर्व के बड़े अग्निकांड
हॉन्ग कॉन्ग में सबसे घातक आग 27 फरवरी 1918 को हैप्पी वैली रेसकोर्स में लगी थी, जिसमें 600 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी। इसके बाद 22 सितंबर 1948 को एक गोदाम में भीषण आग ने 176 लोगों की जान ली। ये हादसे आज भी शहर के इतिहास के सबसे दर्दनाक अग्निकांडों में गिने जाते हैं। ताई पो में लगी आग ने एक बार फिर सुरक्षा मानकों और ऊंची इमारतों में आग से निपटने की तैयारी पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।







