दलित की बारात रोकने की कोशिश, पुलिस सुरक्षा में चढ़ी बारात, दबंगों की ‘ऊँच-नीच’ की दीवार ढही

रिपोर्ट – रवि गौतम
हाथरस। हाथरस के सासनी क्षेत्र के नगला रामबल गांव में एक बार फिर समाज का कुरूप चेहरा सामने आया, जहाँ ऊँची जाति बताने वाले कुछ दबंगों ने एक दलित परिवार की बारात को गांव में चढ़ने से रोकने का प्रयास किया। यह घटना साबित करती है कि 21वीं सदी में भी जाति के नाम पर श्रेष्ठता दिखाने की बीमारी खत्म नहीं हुई है।
दलित परिवार की बेटी का विवाह पुलिस की कड़ी सुरक्षा में शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न हुआ। बारात गांव पहुँची ही थी कि दबंगों ने इसे रोकने की कोशिश की वही दबंग जो पहले भी दलितों की बारात चढ़त का विरोध कर चुके थे। स्थिति बिगड़ने की सूचना मिलते ही भीम आर्मी के जिलाध्यक्ष प्रकाश चंद्र गौतम और उनकी टीम ने हस्तक्षेप किया। इसके बाद सासनी कोतवाली के इंस्पेक्टर अवधेश कुमार भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुँचे और दबंगों की साजिश ध्वस्त कर दी।
पुलिस की उपस्तिथि में सुरक्षा के बीच बारात की चढ़त बिना किसी बाधा के सम्पन्न हुई। विवाह की सभी रस्में पूरी हुईं, और वर-वधू पक्ष ने पुलिस व भीम आर्मी का धन्यवाद किया। यह घटना एक बार फिर सवाल खड़ा करती है जब कानून, संविधान और समाज सुधार सब मौजूद हैं, तब भी जातिवादी मानसिकता कब बदलेगी? गांव की यह घटना बताती है कि असल लड़ाई सड़कों पर नहीं, सोच में है और वही सबसे ज्यादा पिछड़ी हुई लगती है।










