माछीवाड़ा में पुलिस की बड़ी कार्रवाई: नगर कीर्तन में लूट की फिराक में आई 12 महिलाओं का गिरोह गिरफ्तार

रिपोर्ट — माछीवाड़ा – परमिंदर वर्मा
माछीवाड़ा पुलिस ने तेज़ कार्रवाई करते हुए असम के धुबरी साहिब से माछीवाड़ा पहुंचे नगर कीर्तन के दौरान श्रद्धालुओं को लूटने की योजना बना रही 12 महिलाओं के एक बड़े गिरोह को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस की मुस्तैदी के चलते कई वारदातें होने से बच गईं।
सूत्रों के अनुसार 22 नवंबर को गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी दिवस को समर्पित नगर कीर्तन जब गुरुद्वारा श्री चरण कंवल साहिब से आगे के पड़ाव के लिए रवाना हुआ और अनाज मंडी के बाहर पहुंचा, तभी आढ़ती तेजविंदर सिंह उर्फ डी.सी. ने पुलिस को बताया कि पलक़ी साहिब के पास मत्था टेकने और प्रसाद लेने के बाद, जब वह वापस आया तो उसकी जेब से पर्स गायब था। पर्स में 16 हज़ार रुपये नकद, ड्राइविंग लाइसेंस, असला लाइसेंस और अन्य जरूरी दस्तावेज थे। इसी दौरान आढ़ती शशि भाटिया ने भी बताया कि उसका पर्स चोरी हो गया, जिसमें 11 हज़ार रुपये और दस्तावेज थे। वहीं स्थानीय महिला भिंदर कौर ने बताया कि कीर्तन के दौरान उसके हाथ से करीब 2 तोले की सोने की चूड़ी उतार ली गई।
पीड़ितों के बयान के आधार पर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई शुरू की। जांच में पता चला कि कीर्तन में शामिल संगत को निशाना बनाने के लिए 12 महिलाओं का गिरोह पहुंचा था। सभी को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपियों की पहचान इस प्रकार है सीमा रानी (ढेर मजारा), अमरजीत कौर (जौलियां), बिमला कौर, मंजिंदर कौर (बस्ती राम नगर, संगरूर), लवप्रीत कौर, मुख्तियारो उर्फ़ हुशियारो उर्फ़ सीतो (समुंदगढ़ छन्ना), रेखा (माजी), कैलो (हंढियाया), प्रीतो उर्फ़ बीरो (इंदिरा बस्ती, सुनाम), सरबो उर्फ़ मोनी उर्फ़ सोनी (बर्नाला), कृष्णा (शेर मजारा), जर्नैल कौर (बाघड़ियां)।
थाना प्रभारी हरविंदर सिंह ने बताया कि आरोपियों को अदालत में पेश कर रिमांड पर लिया गया है। पुलिस जांच कर रही है कि इनके खिलाफ पहले पंजाब के किन-किन थानों में कितने मामले दर्ज हैं। कई महिलाएं पहले से ही आपराधिक मामलों में नामजद पाई गई हैं। सबसे हैरानी की बात यह रही कि 12 महिलाओं की गिरफ्तारी के बाद कोई भी परिजन थाने में उनकी पैरवी करने नहीं आया। बताया गया कि गिरोह की तीन महिलाएं अलग-अलग मामलों में अपना नाम व पति का नाम तक बदल लेती थीं ताकि पुराना आपराधिक रिकॉर्ड सामने न आए।पुलिस की चौकसी से बड़ा अपराध होने से बच गया और पूरा गिरोह दबोच लिया गया।







