उत्तर भारत में बढ़ी ठंड, दक्षिण भारत में भारी बारिश; दिल्ली का AQI फिर ‘गंभीर’ स्तर पर

एक तरफ उत्तर भारत में ठंड और शीत लहर तेजी से बढ़ रही है, वहीं दक्षिण भारत के कई हिस्सों में भारी बारिश से हालात बिगड़े हुए हैं। दिल्ली में वायु प्रदूषण का स्तर आज भी खतरनाक बना हुआ है। कहीं लोग कंबल-रजाई निकालने को मजबूर हैं, तो कहीं लगातार हो रही वर्षा से जनजीवन प्रभावित है। मौसम विभाग ने देशभर के मौसम को लेकर नया पूर्वानुमान जारी किया है।
दिल्ली में हवा की गुणवत्ता बेहद खराब
राजधानी दिल्ली के कई इलाकों में सुबह घना स्मॉग छाया रहा। इंडिया गेट धुंध की चादर में ढका हुआ दिखा। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के अनुसार
इंडिया गेट: AQI 400
मोतीबाग: 439
ITO: 400
धौलाकुआं: 420
आनंद विहार: 420
पंजाबी बाग: 439
यह सभी ‘गंभीर’ श्रेणी में आते हैं, जिससे सांस संबंधी समस्याएँ बढ़ सकती हैं। मौसम विभाग की ठंड को लेकर चेतावनी मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि पश्चिमी मध्य प्रदेश के कई हिस्सों में 20 नवंबर को शीत लहर से लेकर भीषण शीत लहर के हालात बन सकते हैं।
मध्य महाराष्ट्र, पूर्वी मध्य प्रदेश और तेलंगाना में 21 नवंबर को शीत लहर की संभावना है। मध्य भारत में अगले पाँच दिनों तक न्यूनतम तापमान में 2–4 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी होगी, जिसके बाद तापमान स्थिर रह सकता है। उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में अगले 6–7 दिनों त क न्यूनतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा।
महाराष्ट्र, गुजरात और पूर्वी भारत में तापमान में बढ़ोतरी महाराष्ट्र में अगले पाँच दिनों में न्यूनतम तापमान 2–4 डिग्री तक बढ़ सकता है।
गुजरात में अगले चार दिनों तक तापमान में 2–3 डिग्री की बढ़ोतरी संभव है।पूर्वी भारत में अगले दो दिनों में तापमान में 2–3 डिग्री की बढ़ोतरी के बाद स्थिति स्थिर रहेगी।
किन क्षेत्रों में बरसेंगी तेज बारिश
दक्षिण भारत में कई जगह भारी बारिश की संभावना बनी हुई है अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में 21 नवंबर को भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है।तमिलनाडु में 19–25 नवंबर के बीच लगातार बारिश का अनुमान है। केरल और माहे में 19 व 21–24 नवंबर को बारिश होने की संभावना है। लक्षद्वीप में 19 नवंबर को बारिश हो सकती है। तटीय आंध्र प्रदेश, यनम और रायलसीमा में 25 नवंबर को भारी वर्षा की संभावना है। अंडमान-निकोबार में 19–23 नवंबर के बीच लगातार बारिश जारी रह सकती है। उत्तर भारत की बढ़ती ठंड और दक्षिण भारत की तेज बारिश के बीच देश का मौसम फिलहाल दो अलग-अलग चरम स्थितियों से गुजर रहा है।







