जम्मू-कश्मीर के नौगाम थाने में अमोनियम नाइट्रेट का भीषण विस्फोट, 7 की मौत, जांच जारी

जम्मू-कश्मीर के नौगाम में शुक्रवार आधी रात स्थानीय पुलिस थाने में जब्त किए गए अमोनियम नाइट्रेट के भंडार की नियमित जांच के दौरान भीषण विस्फोट हो गया। इस हादसे में कम से कम 7 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, विस्फोट इतना शक्तिशाली था कि थाना भवन का बड़ा हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया और आसपास की इमारतों की खिड़कियां चटक गईं। धमाके के तुरंत बाद थाना परिसर में आग लग गई, जिसे बुझाने के लिए अग्निशमन दल को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस, सुरक्षाबल और दमकल विभाग घटनास्थल पर पहुंचे और बचाव अभियान शुरू किया। घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जबकि मृतकों के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है। मृतकों और घायलों की पहचान अभी सार्वजनिक नहीं की गई है।
सूत्रों के मुताबिक, फोरेंसिक विशेषज्ञों, पुलिस अधिकारियों और एक तहसीलदार की संयुक्त टीम थाने में जब्त किए गए रसायनों की जांच कर रही थी। इसी दौरान अमोनियम नाइट्रेट की जांच के समय किसी तरह की गड़बड़ी या अप्रत्याशित रासायनिक प्रतिक्रिया हुई, जिससे जोरदार धमाका हुआ और भवन का एक हिस्सा मलबे में बदल गया।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने घटना को “दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना” बताया और स्पष्ट किया कि यह कोई आतंकी हमला नहीं है। साथ ही यह भी जांच की जा रही है कि विस्फोट के दौरान क्या सुरक्षा मानकों का ठीक से पालन किया गया था।
यह हादसा लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुए आई-20 कार विस्फोट के महज एक सप्ताह बाद हुआ है, जिसमें 13 लोगों की मौत हुई थी। उस मामले के बाद हरियाणा, जम्मू-कश्मीर और दिल्ली पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में फरीदाबाद के दो मकानों से लगभग 2900 किलोग्राम अमोनियम नाइट्रेट बरामद किया गया था।
दोनों जगहों को कथित तौर पर पुलवामा निवासी डॉक्टर डॉ. मुजम्मिल शकील ने किराए पर लिया था, जो फरीदाबाद के अल-फलाह मेडिकल कॉलेज में कार्यरत हैं और कथित ‘सफेदपोश’ आतंकी नेटवर्क का मुख्य व्यक्ति बताया जा रहा है। इसी नेटवर्क से जुड़े मामलों में पहले भी कई डॉक्टरों की गिरफ्तारी और पूछताछ हो चुकी है।







