दिल्ली बम ब्लास्ट मामले में डॉ. शाहीन के पूर्व पति जफर हयात बोले – “शाहीन को देखकर कभी नहीं लगा था कि वो गलत रास्ते पर हैं”

रिपोर्ट – अनुराग श्रीवास्तव कानपुर
दिल्ली बम ब्लास्ट मामले में लखनऊ की डॉ. शाहीन का नाम सामने आने के बाद अब उनके पूर्व पति जफर हयात ने पहली बार चुप्पी तोड़ी है। जफर ने बताया कि दोनों की शादी साल 2003 में बड़े समारोह के साथ हुई थी, लेकिन वैचारिक मतभेदों के कारण 2013 में तलाक हो गया। इसके बाद दोनों के बीच कोई संपर्क नहीं रहा और दोनों ने अपनी-अपनी जिंदगी अलग राह पर आगे बढ़ा दी।
जफर हयात ने मीडिया से बातचीत में कहा कि वैवाहिक जीवन के दौरान शाहीन के किसी भी व्यवहार से कभी ऐसा नहीं लगा कि वह किसी संदिग्ध गतिविधि में शामिल हैं। वे एक समर्पित डॉक्टर थीं, जो मरीजों की सेवा में पूरी निष्ठा से जुटी रहती थीं। जफर ने बताया कि शाहीन शांत स्वभाव की और पढ़ाई-लिखाई में गहरी रुचि रखने वाली महिला थीं। उन्होंने एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी की थी और मेडिकल प्रैक्टिस शुरू की थी।
जफर के मुताबिक, शाहीन के भाई परवेज अंसारी ने भी एमबीबीएस किया है और पूरा परिवार शिक्षित तथा सम्मानित पृष्ठभूमि से है। किसी को कभी अंदेशा नहीं हुआ कि शाहीन किसी गैर-कानूनी गतिविधि में शामिल हो सकती हैं। उन्होंने बताया कि शाहीन अक्सर विदेश जाकर बसने की इच्छा जताती थीं, लेकिन जफर इस विचार से सहमत नहीं थे। इसी मुद्दे पर दोनों के बीच मतभेद बढ़ते गए और आखिरकार तलाक हो गया।
जफर ने अपने निजी जीवन के बारे में बताया कि उनके दो बच्चे हैं एक बेटा और एक बेटी जो तलाक के बाद से उनके साथ ही रहते हैं। शाहीन ने कभी बच्चों से संपर्क करने की कोशिश नहीं की और न ही उनके पालन-पोषण में कोई रुचि दिखाई। उन्होंने कहा कि जब दिल्ली बम ब्लास्ट मामले में शाहीन का नाम सुना, तो पहले विश्वास ही नहीं हुआ। शाहीन को देखकर कभी नहीं लगा था कि वे इतना बड़ा कदम उठा सकती हैं।
अब जफर हयात की दूसरी शादी हो चुकी है और वे अपने नए परिवार के साथ अलग रह रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनके छोटे बच्चे इस मामले की गंभीरता को नहीं समझ सकते, इसलिए उन्होंने उन्हें इससे अनजान रखा है। जफर ने कहा कि शाहीन पहले महत्वाकांक्षी और शांत स्वभाव की महिला थीं, लेकिन अब उनके नाम का इस तरह आतंकी मामले से जुड़ना पूरे परिवार के लिए गहरा सदमा है। उन्होंने उम्मीद जताई कि जांच एजेंसियां सच को सामने लाएंगी और निर्दोष लोगों को न्याय मिलेगा।







