शिवराज सिंह चौहान का बड़ा बयान: बिहार की जनता ने सुशासन को वोट दिया, जंगल राज को किया खारिज

केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि इस चुनाव में SIR कोई मुद्दा नहीं था, बल्कि गलत नाम काटना और गठबंधन की अंदरूनी लड़ाई ही जनता के सामने प्रमुख रूप से दिखी। महागठबंधन मुद्दों में उलझा रहा और आपसी मतभेदों में फंसा रहा, जबकि जनता ने विकास, जनकल्याण और सुशासन को प्राथमिकता दी।
शिवराज सिंह चौहान ने कहा, “बिहार की जनता अभी तक जंगल राज नहीं भूली है। एक तरफ *मोदी जी की लोकप्रियता* और *नीतीश कुमार का विकास मॉडल* था, वहीं दूसरी ओर अराजकता की ताकतें थीं। जनता ने सुशासन को वोट दिया है और जंगल राज को पूरी तरह से नकार दिया है। अगर अराजक लोग सत्ता में आते हैं, तो बिहार फिर अव्यवस्था की ओर चला जाएगा।
राहुल गांधी के उस बयान पर भी चौहान ने तीखी प्रतिक्रिया दी, जिसमें उन्होंने कहा था कि “प्रधानमंत्री के खून में नफरत है।” इस पर जवाब देते हुए चौहान ने कहा, “जैसी भावना होती है, वैसा ही व्यक्ति दूसरों में देखता है। सूरज पर थूकने की कोशिश करोगे तो थूक अपने ऊपर ही गिरेगा। लगातार हार ने कांग्रेस नेताओं का मानसिक संतुलन बिगाड़ दिया है।
आगामी 14 नवंबर को आने वाले नतीजों पर विश्वास जताते हुए चौहान ने कहा, “14 तारीख को *एनडीए की बंपर जीत* होगी। जनता ने विकास और स्थिरता को चुना है। इसके बाद आरजेडी का कुनबा और बिखर जाएगा। तेजस्वी यादव के तेज को उनके ही भाई तेज प्रताप ने खत्म कर दिया है न तेज बचा, न प्रताप। शिवराज सिंह चौहान ने अंत में कहा कि राहुल गांधी ने चुनाव अभियान में SIR का मुद्दा उठाकर दिशा भटकाने की कोशिश की थी, लेकिन बिहार की जनता ने समझदारी से फैसला किया और एक बार फिर सुशासन पर भरोसा जताया है।







