मोकामा में जनसुराज समर्थक दुलारचंद यादव की हत्या, अनंत सिंह समेत पांच पर एफआईआर

मोकामा में जनसुराज पार्टी समर्थक और कभी बाहुबली रह चुके दुलारचंद यादव की हत्या के बाद उनके घर में मातम पसरा हुआ है। देर रात दुलारचंद यादव के पोते के बयान पर पुलिस ने जदयू नेता अनंत सिंह, उनके दो भतीजों रणवीर और कर्मवीर सहित पांच लोगों के खिलाफ हत्या की नामजद प्राथमिकी दर्ज की है।
परिजनों का आरोप है कि अनंत सिंह के समर्थकों ने पहले गोली चलाई और फिर गाड़ी चढ़ाकर दुलारचंद यादव की हत्या कर दी। हालांकि अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। बताया जा रहा है कि दुलारचंद पिछले कुछ दिनों से अनंत सिंह के खिलाफ लगातार बयान दे रहे थे।
दुलारचंद यादव के पोते ने मीडिया से कहा कि “अनंत सिंह ने मेरे दादा की हत्या कराई है, अब मेरी जान को भी खतरा है। हम पढ़े-लिखे लोग हैं, हम एके-47 नहीं रखते हैं, लेकिन प्रशासन चुप बैठा है।
पुलिस के अनुसार, शाम करीब 3:40 बजे घोसवरी थानाध्यक्ष को तारतर गांव के पास दो पक्षों में झड़प की सूचना मिली। सूचना मिलते ही पुलिस दल मौके पर पहुंचा, जहां दो से तीन गाड़ियां खड़ी मिलीं जिनके शीशे टूटे हुए थे। एक वाहन में 75 वर्षीय दुलारचंद यादव का शव पाया गया।पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक, दुलारचंद यादव पर पहले भी हत्या और आर्म्स एक्ट जैसे कई आपराधिक मामले दर्ज रहे हैं।
घटना चुनावी माहौल में उस समय हुई जब जनसुराज पार्टी के प्रत्याशी प्रियदर्शी पियूष का काफिला प्रचार अभियान पर था। पियूष ने बताया कि तारतर गांव और बसावनचक के बीच में उनका काफिला जदयू प्रत्याशी अनंत सिंह के काफिले से आमने-सामने हो गया, जिसके बाद दोनों पक्षों में ईंट-पत्थरबाजी और मारपीट शुरू हो गई।
इसी दौरान चार बजे के करीब भदौरा थाने को सूचना मिली कि बसावनचक गांव के पास अनंत सिंह के काफिले पर भी हमला हुआ है। अनंत सिंह ने आरोप लगाया कि जनसुराज पार्टी के समर्थकों ने उनके काफिले पर ईंट-पत्थर से हमला किया, जिससे कई कार्यकर्ता घायल हुए हैं।
फिलहाल पुलिस दोनों पक्षों की शिकायतों के आधार पर जांच में जुटी है। चुनावी माहौल को देखते हुए क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।







