बिहार चुनाव: महागठबंधन आज जारी करेगा ‘तेजस्वी प्रण पत्र’, हर घर नौकरी और महिलाओं को भत्ता जैसे वादों की संभावना

छठ पूजा के समापन के बाद बिहार की सियासत पूरी तरह गरमा गई है। राज्य में चुनावी माहौल के बीच आज (28 अक्टूबर) महागठबंधन अपना घोषणा पत्र जारी करने जा रहा है। इसे ‘तेजस्वी प्रण पत्र’ नाम दिया गया है। उम्मीद है कि इस घोषणा पत्र में युवाओं, किसानों और महिलाओं को लेकर कई बड़े वादे किए जाएंगे।
एनडीए पर तेजस्वी यादव का हमला
घोषणा पत्र जारी करने से पहले महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव ने एनडीए पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता इस बार बदलाव के मूड में है। “जो लोग रोजगार के लिए बिहार छोड़कर बाहर गए थे, छठ पूजा में उन्हें घर लौटते देख दिल टूट गया। रेल मंत्री ने कहा था कि 12 हजार विशेष ट्रेनें चलेंगी, लेकिन लोगों को भीड़भरी ट्रेनों में सफर करना पड़ा। बिहारियों को सिर्फ धोखा मिला है, अब यह नहीं चलेगा,” तेजस्वी ने कहा।
‘तेजस्वी प्रण पत्र’ में रोजगार और विकास पर फोकस
तेजस्वी यादव ने कहा कि महागठबंधन स्पष्ट विजन के साथ चुनाव मैदान में उतरा है। “हमने मुख्यमंत्री का चेहरा पहले ही घोषित कर दिया है। अब हम बिहार के विकास के लिए एक ठोस रोडमैप पेश करने जा रहे हैं। हम चाहते हैं कि एनडीए भी अपने मुख्यमंत्री उम्मीदवार और योजनाओं की घोषणा करे,” उन्होंने जोड़ा।
घोषणा पत्र में युवाओं को रोजगार देने पर विशेष जोर होगा। तेजस्वी पहले ही वादा कर चुके हैं कि सत्ता में आने पर उनकी सरकार “हर घर को सरकारी नौकरी” देने का प्रयास करेगी। इसके अलावा महिलाओं को प्रति माह 2,500 रुपये भत्ता, किसानों को राहत, मुफ्त बिजली और स्वास्थ्य बीमा जैसी योजनाएं भी मेनिफेस्टो का हिस्सा हो सकती हैं।
महिलाओं और किसानों पर रहेगा फोकस
महागठबंधन के घोषणा पत्र में महिला सशक्तिकरण, शिक्षा, स्वास्थ्य और कृषि क्षेत्र में सुधार को प्राथमिकता दिए जाने की संभावना है। तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार को आत्मनिर्भर और नंबर वन राज्य बनाना उनका लक्ष्य है।आज जारी होने वाला ‘तेजस्वी प्रण पत्र’ यह तय करेगा कि महागठबंधन की चुनावी रणनीति रोजगार और सामाजिक न्याय के एजेंडे पर कितनी प्रभावी साबित होती है।







