बहू के साथ अवैध संबंधों का आरोप लगने के बाद सामने आया पंजाब के पूर्व DGP का बयान, सफाई में कही ये बात

नई दिल्ली। पंजाब के पूर्व पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) मोहम्मद मुस्तफा एक गंभीर मामले में विवादों में हैं। उनके खिलाफ अपने ही बेटे की हत्या की साजिश रचने का आरोप लगा है। साथ ही उन पर अपनी बहू के साथ अवैध संबंध रखने का भी दावा किया गया है। मामला सामने आने के बाद मुस्तफा ने इस पर अपना पक्ष रखा और सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया।
मुस्तफा ने बताया कि उनका बेटा अकील अख्तर लंबे समय से ड्रग्स की लत में था और मानसिक रूप से अस्वस्थ हो गया था। उन्होंने कहा कि बेटे को कई बार डी-एडिक्शन सेंटर भेजा गया और डॉक्टरों से इलाज भी करवाया गया, लेकिन हालत में सुधार नहीं हुआ। उन्होंने कहा, “मैंने पूरी जिंदगी नशे के कारोबारियों के खिलाफ काम किया, चार बार गैलेन्ट्री अवॉर्ड मिला, लेकिन अपने बेटे को ड्रग्स से नहीं बचा पाया। भगवान करे किसी और के साथ ऐसा न हो।”
पूर्व डीजीपी ने आगे कहा कि उनके खिलाफ शिकायत करने वाला व्यक्ति न तो उनका रिश्तेदार है और न ही पड़ोसी। वह पहले आम आदमी पार्टी के एक विधायक का निजी सचिव रह चुका है और उस पर बैंक फ्रॉड के कई मामले दर्ज हैं। मुस्तफा का कहना है कि यह शिकायत राजनीतिक कारणों से की गई है और उनके खिलाफ लगाए गए आरोप पूरी तरह निराधार हैं।
16 अक्टूबर को मोहम्मद मुस्तफा के बेटे अकील अख्तर की घर में मौत हो गई थी। परिजनों का कहना था कि उसकी मौत दवा की ओवरडोज से हुई। लेकिन पड़ोसी शमशुद्दीन ने पुलिस से शिकायत करते हुए आरोप लगाया कि मुस्तफा के अपनी बहू के साथ संबंध थे और इस बात की जानकारी बेटे को मिल गई थी। इसी वजह से उसने अपने बेटे की हत्या की साजिश रची।इसके बाद अकील अख्तर का 27 अगस्त का एक वीडियो सामने आया, जिसमें उसने अपने पिता पर गंभीर आरोप लगाए थे। वीडियो वायरल होने के बाद पंचकुला पुलिस ने मोहम्मद मुस्तफा, उनकी पत्नी रजिया सुल्ताना, बहू और बेटी के खिलाफ मामला दर्ज किया।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में अकील की मौत की वजह ड्रग्स की ओवरडोज बताई गई है। शव को परिवार के हवाले कर दिया गया था और पैतृक गांव हरड़ा खेड़ी, सहारनपुर में सुपुर्द-ए-खाक किया गया। पूरे मामले की जांच अब एसआईटी को सौंपी गई है, जिसकी निगरानी एसीपी स्तर के अधिकारी कर रहे हैं।