तिरुमाला मंदिर में ‘100 करोड़ की चोरी’ का आरोप, टीटीडी बोर्ड सदस्य का बड़ा खुलासा

तिरुपति: तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) बोर्ड के सदस्य भानु प्रकाश रेड्डी ने सनसनीखेज आरोप लगाते हुए कहा है कि TTD के इतिहास की सबसे बड़ी चोरी पिछली सरकार के कार्यकाल में हुई। शनिवार को तिरुपति में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रेड्डी ने दावा किया कि तिरुमाला के परकामनी हॉल (जहाँ भक्तों की हुंडी से प्राप्त चढ़ावे की गिनती होती है) से 100 करोड़ रुपये से अधिक की राशि गायब की गई।रेड्डी ने कहा कि यह चोरी केवल निचले स्तर पर नहीं हुई, बल्कि इसमें पिछली सरकार के उच्च अधिकारी भी शामिल थे। उन्होंने आरोप लगाया कि श्रद्धालुओं द्वारा भगवान वेंकटेश्वर को अर्पित दान को लूट लिया गया।
2023 में उजागर हुआ था मामला
अप्रैल 2023 में पहली बार मामला सामने आया, जब परकामनी में तैनात कर्मचारी सी.वी. रवि कुमार को विदेशी मुद्रा चोरी करते पकड़ा गया। सीसीटीवी फुटेज में वह डॉलर और नोट अपने शरीर में छिपाते हुए नज़र आया। उस वक्त बोर्ड के अध्यक्ष भुमना करुणाकर रेड्डी थे।पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर अदालत में चार्जशीट दायर की।हालांकि बाद में लोक अदालत के माध्यम से इसे शीघ्र निपटा दिया गया।सतर्कता रिपोर्ट में सामने आया कि आरोपी और उसकी पत्नी के पास तिरुपति व चेन्नई में करोड़ों की संपत्तियाँ थीं।चौंकाने वाली बात यह रही कि आरोपी ने टीटीडी को 14 फ्लैट और अन्य संपत्तियाँ दान कर दीं।
हाईकोर्ट की सख्ती
आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए CID को जांच तेज करने का निर्देश दिया है। अदालत ने पुलिस और TTD से सभी रिकॉर्ड सीलबंद लिफाफे में प्रस्तुत करने को कहा है। साथ ही बोर्ड से संबंधित निर्णय और दस्तावेज़ जब्त करने का आदेश भी दिया गया।रेड्डी का दावा है कि इस मामले में एक अधिकारी सरकारी गवाह बनने को तैयार है और उसका खुलासा होने पर कई बड़े नाम बेनकाब होंगे।
आईटी मंत्री नारा लोकेश ने भी आरोप लगाया कि वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (YSRCP) के कुछ नेता परकामनी हॉल से 100 करोड़ रुपये की विदेशी मुद्रा चोरी में शामिल हैं। उन्होंने कहा कि 2019–24 के बीच YSRCP शासन “माफिया और भ्रष्टाचार का अड्डा” बन गया था और तत्कालीन मुख्यमंत्री *वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी* तथा टीटीडी अध्यक्ष भुमना करुणाकर रेड्डी ने इस भ्रष्टाचार को संरक्षण दिया।