छत्तीसगढ़ में श्रमिक महासम्मेलन: 1.84 लाख श्रमिकों को 65 करोड़ रुपये की सहायता, कई योजनाओं में बढ़ोतरी

रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने बुधवार को राजधानी रायपुर स्थित इंडोर स्टेडियम में आयोजित श्रमिक महासम्मेलन में राज्य के 1.84 लाख से अधिक श्रमिकों को 65 करोड़ रुपये से अधिक की सहायता राशि वितरित की। यह राशि श्रम विभाग की विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत सीधे डीबीटी के माध्यम से श्रमिकों के खातों में हस्तांतरित की गई।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ के निर्माण और विकास में श्रमवीरों की भूमिका अतुलनीय है। उन्होंने कहा, “श्रमवीर समाज की रीढ़ हैं और उनके योगदान से ही विकसित छत्तीसगढ़ और विकसित भारत का सपना साकार होगा। इस अवसर पर उन्होंने भगवान विश्वकर्मा जयंती की शुभकामनाएं दीं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जन्मदिन की बधाई भी दी।
योजनाओं में बड़ा बदलाव
मुख्यमंत्री साय ने श्रमिकों के कल्याण के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएँ कीं दीदी ई-रिक्शा योजना की सहायता राशि 1 लाख रुपये से बढ़ाकर 1.50 लाख रुपये की जाएगी।मुख्यमंत्री निर्माण श्रमिक सहायता योजना के तहत मकान निर्माण के लिए मिलने वाली सहायता राशि भी 1 लाख से बढ़ाकर 1.50 लाख रुपये की जाएगी। पंजीकृत श्रमिकों की नि:शुल्क स्वास्थ्य जांच और इलाज का पूरा खर्च अब श्रम विभाग उठाएगा।
श्रमिकों के कल्याण के लिए निरंतर प्रयास
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार स्वास्थ्य, शिक्षा, सामाजिक सुरक्षा, आवास और उपकरणों की सुविधा जैसे सभी क्षेत्रों में श्रमिकों के साथ खड़ी है। उन्होंने बताया कि दीदी ई-रिक्शा सहायता योजना, मिनीमाता महतारी जतन योजना, निर्माण श्रमिक सुरक्षा उपकरण सहायता योजना, मुख्यमंत्री नोनी सशक्तिकरण योजना और छात्रवृत्ति योजना सहित कई योजनाओं से लाभ दिया जा रहा है।साय ने कहा, “पारदर्शिता हमारी सरकार की पहचान है। किसानों और श्रमिकों का पैसा सीधे उनके खातों में पहुंच रहा है।
ई-श्रम पोर्टल से श्रमिकों को बड़ी राहत मिली है। अब अपंजीकृत श्रमिक की कार्यस्थल पर मृत्यु होने पर भी एक लाख रुपये की सहायता राशि का प्रावधान किया गया है।”उन्होंने अटल बिहारी वाजपेयी को छत्तीसगढ़ राज्य के निर्माण का श्रेय देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने बीते 11 वर्षों में जनहितैषी योजनाओं से प्रदेश के विकास को नई गति दी है। “छत्तीसगढ़ की रजत जयंती पर हम सभी श्रमवीरों के परिश्रम को नमन करते हैं