प्रयागराज में जमीन विवाद: पूर्व ब्लाक प्रमुख पर जानलेवा हमले में माफिया अतीक का गुर्गा सहित तीन गिरफ्तार

प्रयागराज। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में जमीन विवाद को लेकर पूर्व ब्लॉक प्रमुख सोनू कुमार पर हुए हमले के मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 24 घंटे के भीतर तीन नामजद आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए आरोपियों में मुख्य आरोपी बिल्डर जेपी दुबे, सुनील पासी और विकास पासी शामिल हैं। पुलिस के अनुसार, सोनू कुमार पर हमला करवाने का आरोप सीधे जेपी दुबे पर है।
क्या है पूरा मामला?
यह घटना प्रयागराज के एयरपोर्ट थाना क्षेत्र के पीपल गांव की है।सोनू कुमार का आरोप है कि बिल्डर जेपी दुबे उनकी करोड़ों की जमीन पर अवैध कब्जा कर निर्माण कार्य करवा रहा था।जब उन्होंने इसका विरोध किया, तो दुबे के इशारे पर उनके साथ मारपीट की गई और जान से मारने की धमकी भी दी गई।सोनू कुमार ने बताया कि दुबे ने वीडियो कॉल के जरिए उनसे बात की और उसी दौरान हमला करने का आदेश दिया।
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस ने सोनू कुमार की शिकायत पर मुकदमा दर्ज किया। डीसीपी अभिषेक भारती के निर्देश पर एडिशनल डीसीपी अभिजीत कुमार की अगुवाई में टीम बनाई गई। एयरपोर्ट थाने के प्रभारी विनय सिंह ने सटीक सूचना के आधार पर दबिश दी और तीनों आरोपियों को अलग-अलग जगहों से गिरफ्तार कर लिया।
माफिया अतीक अहमद से जुड़ा कनेक्शन
पुलिस जांच में सामने आया है कि बिल्डर जेपी दुबे का माफिया अतीक अहमद के गिरोह से भी संबंध रहा है।दुबे अतीक के जमीन कारोबार में शामिल था और पहले भी उसके खिलाफ पुलिस और प्रवर्तन निदेशालय (ED) कार्रवाई कर चुके हैं।अधिकारियों का कहना है कि अतीक अहमद का नेटवर्क तोड़ने के बाद भी उसके करीबी लोग छुपकर जमीन पर कब्जे का कारोबार जारी रखे हुए हैं।
पुलिस की सख्त कार्रवाई
पुलिस ने साफ किया कि जमीन कब्जाने की शिकायतों पर अब किसी भी स्तर पर समझौता नहीं होगा।जेपी दुबे पर “सफेदपोश लोगों” की पैरवी के बावजूद कार्रवाई की गई। जांच से यह भी पता चला कि दुबे रियल एस्टेट कारोबार में गहरी पैठ बना चुका था और धमकी-मारपीट के बल पर जमीन कब्जा कर रहा था।फिलहाल, पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है और मामले की आगे की जांच जारी है