कर्नाटक कांग्रेस विधायक केसी वीरेंद्र की गिरफ्तारी: ईडी ने खोला ब्लैक मनी से व्हाइट मनी का पूरा खेल

कर्नाटक के कांग्रेस विधायक केसी वीरेंद्र को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने हाल ही में कथित अवैध ऑनलाइन और ऑफलाइन सट्टेबाजी से जुड़े मनी लांड्रिंग केस में गिरफ्तार किया था। अब ईडी की जांच में कई अहम खुलासे हुए हैं।
जांच के अनुसार, वीरेंद्र ने फर्जी (शेल) कंपनियां बनाकर और अपने कैसीनो नेटवर्क के जरिए ब्लैक मनी को व्हाइट मनी में बदलने का तंत्र खड़ा किया था। वह बेंगलुरु में अपनी दूसरी पत्नी के साथ रहता है और आलीशान जीवनशैली अपनाने के लिए करोड़ों रुपये खर्च करता है। ईडी का कहना है कि वह ज्यादातर गाड़ियां और अन्य शौक बेनामी कंपनियों और लोगों के नाम पर पूरे करता है। उसकी गाड़ियों के नंबर अक्सर VIP और फैंसी सीरीज (567) पर खत्म होते हैं।
कैसे चलता था मनी लांड्रिंग का खेल?
ईडी के मुताबिक, ब्लैक मनी को वैध दिखाने के लिए पहले क्रेडिट कार्ड पेमेंट दिखाए जाते थे। बाद में इन पेमेंट्स को साइबर फ्रॉड से आए पैसों से एडजस्ट कर दिया जाता था।
दुबई से ऑपरेट होता था ऑनलाइन बेटिंग ऐप
जांच में यह भी सामने आया है कि वीरेंद्र का ऑनलाइन बेटिंग ऐप King567 दुबई से संचालित होता था, जिसे उसका भतीजा पृथ्वी (के.सी. नागराज का बेटा) मैनेज करता था। पृथ्वी का पता “किंग स्ट्रीट, ओल्ड टाउन, चल्लकेरे” दर्ज है। नागराज और पृथ्वी की ज्यादातर गाड़ियों के नंबर भी 567 पर खत्म होते हैं।
विदेशों में भी कैसीनो नेटवर्क
ईडी की पड़ताल में पता चला कि वीरेंद्र के कैसीनो श्रीलंका, नेपाल और जॉर्जिया में भी चल रहे हैं, हालांकि इन्हें दूसरों के नाम पर पंजीकृत किया गया है। इनसे होने वाले मुनाफे को आधिकारिक रिकॉर्ड्स में नहीं दिखाया जाता, लेकिन ईडी को प्रॉफिट-शेयरिंग से जुड़ी फाइलें मिली हैं।पहले उसकी वेबसाइट Puppysworld पर इन कारोबारों का खुलकर उल्लेख था, जिसे अब हटा दिया गया है। इसके अलावा, वह लॉटरी किंग मार्टिन से जमीन लेकर नया कैसीनो शुरू करने की भी योजना बना रहा था।