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यूपी सरकार ने कहा – खाद की कोई कमी नहीं, कालाबाजारी पर सख्त कार्रवाई

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने एक बार फिर स्पष्ट किया है कि राज्य में कहीं भी खाद की कमी नहीं है। किसानों के लिए पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध कराई गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किसानों से अपील की है कि वे जरूरत के अनुसार ही खाद लें और अनावश्यक रूप से स्टॉक न करें।

मुख्यमंत्री ने चेतावनी दी कि खाद की कालाबाजारी या ऊंची कीमत वसूलने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे समय-समय पर खाद की उपलब्धता की जांच करें और किसानों से सीधे संवाद करें। हर जिले में शिकायत केंद्र भी बनाए गए हैं, जहां किसान अपनी समस्या दर्ज करा सकते हैं।

इस साल खाद की बिक्री में बढ़ोतरी

आंकड़ों के अनुसार, इस साल 18 अगस्त तक खाद की बिक्री पिछले वर्ष की तुलना में अधिक रही है।पिछले साल 36.76 लाख मीट्रिक टन खाद बिकी थी, जबकि इस बार अब तक 42.64 लाख मीट्रिक टन बेची जा चुकी है।यूरिया की बिक्री 27.25 लाख मीट्रिक टन से बढ़कर 31.62 लाख मीट्रिक टन हुई है।डीएपी 5.28 से बढ़कर 5.38 लाख मीट्रिक टन, एनपीके 2.07 से 2.39 लाख मीट्रिक टन, एमओपी 0.25 से 0.46 लाख मीट्रिक टन और एसएसपी 1.91 से बढ़कर 2.79 लाख मीट्रिक टन हो गई है।

वर्तमान उपलब्धता

यूरिया: 37.70 लाख मीट्रिक टन उपलब्ध, जिसमें से 31.62 लाख मीट्रिक टन बिक चुकी है।डीएपी: 9.25 लाख मीट्रिक टन उपलब्ध, बिक्री 5.38 लाख मीट्रिक टन।एनपीके: 5.40 लाख मीट्रिक टन उपलब्ध, बिक्री 2.39 लाख मीट्रिक टन।

खरीफ फसल और मांग

धान की फसल की टॉप-ड्रेसिंग के लिए प्रतिदिन औसतन 49,564 मीट्रिक टन यूरिया की खपत हो रही है। पिछले साल की तुलना में इस बार 4.37 लाख मीट्रिक टन अधिक यूरिया बिका है, जो 16.04% की बढ़ोतरी दर्शाता है।

मंडलों में स्टॉक

प्रदेश के विभिन्न मंडलों में पर्याप्त खाद का भंडार मौजूद है। कुल स्टॉक में यूरिया 6.08 लाख मीट्रिक टन, डीएपी 3.87 लाख मीट्रिक टन और एनपीके 3.00 लाख मीट्रिक टन उपलब्ध है।सरकार का कहना है कि किसानों को किसी प्रकार की दिक्कत न हो, इसके लिए हर स्तर पर निगरानी और आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है।

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