हरियाणा में 342 करोड़ की विकास परियोजनाओं को मंजूरी, 11.90 करोड़ की बचत

पंचकूला: मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने मंगलवार को शहरी स्थानीय निकायों की विभिन्न परियोजनाओं के क्रियान्वयन को लेकर हाई पॉवर्ड वर्क्स परचेज कमेटी की बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में शहरी स्थानीय निकाय मंत्री विपुल गोयल भी मौजूद रहे।बैठक में कुल 342 करोड़ रुपये की परियोजनाओं को मंजूरी दी गई। विभिन्न बोलीदाताओं से बातचीत (नेगोसिएशन) के बाद दरें घटाकर करीब 11.90 करोड़ रुपये की बचत भी की गई। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि विकास कार्यों में गुणवत्ता से कोई समझौता स्वीकार्य नहीं होगा।
उत्कृष्ट कार्य करने वालों को सम्मान, लापरवाही पर कार्रवाई
सीएम सैनी ने निर्देश दिया कि जिन ठेकेदारों (कॉन्ट्रैक्टर्स) ने उत्कृष्ट और गुणवत्तापूर्ण कार्य किया है, उन्हें समय-समय पर सम्मानित किया जाए ताकि प्रतिस्पर्धा और प्रतिबद्धता बनी रहे। वहीं, लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
प्रमुख परियोजनाएं
करनाल नगर निगम: दिव्य नगर योजना के तहत सड़क, पार्क और चौकों के विकास व सौंदर्यीकरण के लिए ₹15.30 करोड़।गुरुग्राम: माता शीतला देवी श्राइन परिसर के पुनर्विकास के लिए ₹13.50 करोड़ — धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।स्वच्छता परियोजनाएं
नरवाना नगर परिषद – ₹9.18 करोड़
नगर निगम रोहतक – ₹85.90 करोड़
नगर निगम यमुनानगर – ₹21.97 करोड़
फतेहाबाद नगर परिषद – ₹10.45 करोड़
नगर निगम हिसार – ₹56.95 करोड़
नगर निगम मानेसर – ₹64 करोड़
टोहाना नगर परिषद – ₹9.35 करोड़
इसके अलावा, रोहतक नगर निगम में ठोस अपशिष्ट प्रसंस्करण के लिए ₹25.96 करोड़ और रेवाड़ी नगर परिषद में लीगेसी वेस्ट प्रबंधन के लिए ₹15.28 करोड़ की स्वीकृति दी गई।
स्वच्छ हरियाणा पर फोकस
मुख्यमंत्री ने कहा कि शहरी क्षेत्रों में सौंदर्यीकरण और ठोस कचरा प्रबंधन प्रणाली को और आधुनिक व प्रभावी बनाया जाए, ताकि “स्वच्छ हरियाणा, सुंदर हरियाणा” का लक्ष्य तेजी से पूरा हो सके। इसके लिए हर स्तर पर जवाबदेही तय होगी।