मध्यप्रदेश में भारी बारिश से हालात गंभीर, मुख्यमंत्री मोहन यादव कर रहे हैं पल-पल की निगरानी

मध्यप्रदेश में लगातार हो रही भारी बारिश के चलते हालात चुनौतीपूर्ण बने हुए हैं। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव हालात की पल-पल की जानकारी ले रहे हैं और प्रशासन को सतर्क रहते हुए हर संभव सहायता सुनिश्चित करने के निर्देश दे रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट कहा है कि जनता को किसी भी स्थिति में परेशानी न हो और शासन समाज के अंतिम व्यक्ति तक राहत पहुंचाए।
समय रहते शुरू की गई तैयारियां
मुख्यमंत्री के निर्देशों के तहत राज्य सरकार ने बाढ़ से निपटने के लिए पहले से ही व्यापक तैयारियां शुरू कर दी थीं। मुख्य सचिव द्वारा 9 जून को उच्चस्तरीय समीक्षा की गई थी। इसके बाद मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने स्वयं 26 जून और 22 जुलाई को सभी जिलों के कलेक्टरों के साथ समीक्षा बैठकें कीं और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
SDRF-NDRF की टीमें तैनात, 259 संवेदनशील क्षेत्र चिह्नित
प्रदेश में 259 संवेदनशील क्षेत्रों की पहचान कर डिजास्टर रिस्पॉन्स सेंटर स्थापित किए गए हैं। एनडीआरएफ की टीमें भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर और धार में तैनात हैं, जबकि एसडीआरएफ को राज्य के विभिन्न संवेदनशील इलाकों में सक्रिय किया गया है। 111 क्विक रेस्पॉन्स टीमें फील्ड में हैं। इसके अलावा 11 जिलों में 3,300 ‘आपदा मित्रों’ को और 80,375 सिविल डिफेंस वालंटियर्स को प्रशिक्षण दिया गया है।
राज्य आपदा नियंत्रण कक्ष द्वारा 1 जून से 30 जुलाई के बीच SACHET पोर्टल और मोबाइल अलर्ट्स के माध्यम से 75 रेड अलर्ट पहले से भेजे गए, ताकि आम जनता को समय रहते सचेत किया जा सके।
राहत शिविरों में 3,000 से अधिक लोग सुरक्षित
मुख्यमंत्री के निर्देश पर राज्य में 53 राहत शिविर सक्रिय हैं, जिनमें अब तक कुल 3,065 लोगों को सुरक्षित रखा गया है। मउगंज में 3 राहत शिविरों में 230 लोग, गुना में 2 शिविरों में 170 लोग, मुरैना में 8 शिविरों में 1,384 लोग, दमोह में 5 शिविरों में 1,590 लोग और रायसेन में 1 शिविर में 30 लोग रह रहे हैं। सभी शिविरों में दवाइयां, भोजन और पेयजल की समुचित व्यवस्था की गई है।
क्षतिग्रस्त पुलियों के लिए वैकल्पिक मार्ग उपलब्ध
प्रदेश में भारी बारिश के कारण अब तक 94 पुलियां क्षतिग्रस्त हुई हैं। प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए वैकल्पिक मार्गों की व्यवस्था की है ताकि यातायात में बाधा न हो।
432 रेस्क्यू ऑपरेशनों में 3,628 लोगों की जान बचाई
राज्य में अब तक चलाए गए 432 बचाव अभियानों के दौरान 3,628 नागरिकों और 94 मवेशियों को सुरक्षित बचाया गया है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने आपदा की इस घड़ी में प्रशासन की सक्रियता और जनसेवा को प्राथमिकता देने पर संतोष जताया है।