जडेजा-सुंदर की ऐतिहासिक साझेदारी से भारत ने बचाया मैनचेस्टर टेस्ट, सीरीज में बनाए रखी उम्मीद

मैनचेस्टर में खेले गए चौथे टेस्ट मैच में भारत ने रवींद्र जडेजा और वाशिंगटन सुंदर की साहसिक शतकीय पारियों की बदौलत मुकाबला ड्रॉ करा लिया। यह मैच भारतीय क्रिकेट के इतिहास में यादगार बन गया, क्योंकि टीम इंडिया ने लगातार पांच सेशन बल्लेबाजी कर इंग्लैंड जैसी मजबूत टीम के खिलाफ मैच बचाया और सीरीज में खुद को बनाए रखा।
इंग्लैंड ने पहली पारी में 311 रनों की विशाल बढ़त हासिल की थी, जिससे भारत पर फॉलोऑन का खतरा मंडरा रहा था। भारत की दूसरी पारी की शुरुआत बेहद खराब रही, जब यशस्वी जायसवाल और साई सुदर्शन पहले ही ओवर में बिना खाता खोले पवेलियन लौट गए। इसके बाद शुभमन गिल (103) और केएल राहुल (90) ने तीसरे विकेट के लिए 421 गेंदों में 188 रनों की मैराथन साझेदारी की और पारी को संभाला।
आखिरी दिन जब भारत के पास सिर्फ एक विकल्प बचा था। मैच बचाना तब मैदान में उतरे रवींद्र जडेजाऔर वाशिंगटन सुंदर। दोनों ने इंग्लिश गेंदबाजों का डटकर सामना किया और 334 गेंदों में 203 रनों की अटूट साझेदारी कर भारत को मैच ड्रॉ कराने में कामयाबी दिलाई। जडेजा ने 185 गेंदों में नाबाद 107 रन (13 चौके, 1 छक्का) बनाए, वहीं सुंदर ने 206 गेंदों में नाबाद 101 रन (9 चौके, 1 छक्का) जड़े।
दिलचस्प बात यह रही कि जब इंग्लैंड के कप्तान *बेन स्टोक्स ने आखिरी घंटे में ड्रॉ का ऑफर दिया तब जडेजा और सुंदर अपने शतक के करीब थे। उन्होंने ड्रॉ स्वीकार करने से मना कर दिया, जिससे स्टोक्स नाराज़ भी नजर आए। जैसे ही दोनों बल्लेबाज़ों ने अपने-अपने शतक पूरे किए, भारत ने ड्रॉ स्वीकार कर लिया। अब इंग्लैंड सीरीज में 2-1 से आगे है और आखिरी टेस्ट निर्णायक होगा कि ट्रॉफी किसके नाम रहेगी।