तेज प्रताप यादव का गंभीर आरोप: “जान को खतरा है, सुरक्षा बढ़ाई जाए”

पटना। बिहार के पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव ने अपनी जान को खतरा होने की आशंका जताई है। सोमवार को मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने दावा किया कि कुछ लोगों की साजिश के चलते उन्हें आरजेडी से बाहर का रास्ता दिखाया गया और अब उनकी जान को भी खतरा है। तेज प्रताप ने राज्य सरकार से अपनी सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है।
गौरतलब है कि आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने कुछ दिनों पहले ही तेज प्रताप को पार्टी और परिवार से बाहर कर दिया था। इसके बाद तेज प्रताप ने सोशल मीडिया पर दो भावुक पोस्ट शेयर किए—एक में उन्होंने अपने छोटे भाई और पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को संबोधित किया, जबकि दूसरी पोस्ट में उन्होंने अपने पिता लालू यादव से मां राबड़ी देवी को लेकर अपील की थी।
तेज प्रताप ने आरोप लगाया कि पार्टी से बाहर निकाले जाने के पीछे 4-5 लोगों की साजिश है। उन्होंने कहा, “बिहार की जनता जानती है कि मेरा स्वभाव कैसा है, मैं लोगों से घुल-मिलकर रहता हूं। इसी बात का कुछ लोगों ने गलत फायदा उठाया और मुझे अलग-थलग करने की कोशिश की।”
उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि वह ऐसे लोगों से डरने वाले नहीं हैं और अब जनता के बीच जाकर न्याय की लड़ाई लड़ेंगे। तेज प्रताप ने कहा, “मैं उन 4-5 लोगों के नाम नहीं लेना चाहता, क्योंकि वे पापी हैं और मेरे लिए न्याय नहीं करेंगे। लेकिन मैं खुली चुनौती देता हूं कि अब मैं चुप नहीं बैठूंगा।”
सुरक्षा को लेकर उन्होंने कहा, “हमारी जान को खतरा है। हमारे दुश्मन हर जगह सक्रिय हैं। ये वही लोग हैं जिन्होंने मिलकर मुझे परिवार और पार्टी से बाहर करवाया। लेकिन अब हम चुप नहीं रहेंगे, इन्हें बख्शेंगे नहीं।”
तेज प्रताप यादव का यह बयान ऐसे समय में आया है जब आरजेडी में अंदरूनी कलह की चर्चाएं जोरों पर हैं। अब देखना होगा कि पार्टी और प्रशासन इस पर क्या प्रतिक्रिया देते हैं।