उत्तर प्रदेशप्रदेश

Doctorate of Honor से सम्मानित किए गए फूडमैन डॉ. विशाल सिंह, सेवा से सम्मान तक की अद्भुत यात्रा

नई दिल्ली। लखनऊ की धरती से उठकर विश्व स्तर पर मानवता का परचम लहराने वाले फूडमैन डॉ. विशाल सिंह को हाल ही में Doctorate of Honor से सम्मानित किया गया है। यह सम्मान उन्हें इंडिया इंटेलेक्चुअल कॉन्क्लेव 2025 में नई दिल्ली के इंडिया हैबिटेट सेंटर में प्रदान किया गया। इस अंतरराष्ट्रीय समारोह में अमेरिका और इटली जैसे देशों के विश्वविद्यालयों के कुलपति भी शामिल हुए, जिससे यह उपलब्धि और भी गौरवशाली बन गई।

डॉ. सिंह ने यह सम्मान देशभर के उन भूखे, असहाय और पीड़ित लोगों को समर्पित किया है जिनके लिए वे वर्षों से काम कर रहे हैं। उनका जीवन मंत्र — “कोई भी भूखा न सोए” — अब एक वैश्विक विचार बन चुका है।

लखनऊ से वैश्विक सेवा की ओर

डॉ. सिंह द्वारा संचालित सेवाएं केवल शहर तक सीमित नहीं हैं। केजीएमयू, लोहिया और बलरामपुर जैसे बड़े अस्पतालों में हर दिन कैंसर पीड़ितों और उनके परिजनों को भोजन, विश्राम व आत्मिक ऊर्जा देने के लिए भजन-कीर्तन की व्यवस्था की जाती है।

कोरोना काल की वीरगाथा

जब पूरा देश लॉकडाउन में घरों में कैद था, तब फूडमैन सड़कों पर भूख से लड़ रहे थे। उन्होंने सैकड़ों कम्युनिटी किचन स्थापित कर प्रदेश के लाखों जरूरतमंदों को भोजन उपलब्ध कराया।

हंगर फ्री वर्ल्ड – अब अंतरराष्ट्रीय मुहिम

उनकी “हंगर फ्री वर्ल्ड” योजना अब दुबई, यूएई और सऊदी अरब जैसे देशों में भी लागू की जा रही है। वहां के प्रतिनिधियों ने उन्हें आमंत्रित कर इस अभियान को ग्लोबल स्तर पर अपनाने का निर्णय लिया है।

एक सच्चा भारतवासी, जो विश्व का सेवक बन गया

फूडमैन डॉ. विशाल सिंह का जीवन इस बात का प्रमाण है कि जब कोई व्यक्ति समाज और राष्ट्र के लिए समर्पित होता है, तो सम्मान अपने आप उसके कदम चूमता है। लखनऊ का यह बेटा आज पूरे विश्व में भारत की मानवता की पहचान बन चुका है।

 

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