मुंबई। नीता मुकेश अंबानी सांस्कृतिक केंद्र के वार्षिक गुरु-पूर्णिमा समारोह ‘परंपरा’ के दूसरे संस्करण की शुरुआत ”Ghatam Symphony’ के शानदार प्रदर्शन के साथ हुई, जिसमें एक ही विरासत वाले परिवार की तीन पीढ़ियां शामिल हुईं। ‘परंपरा’ नीता अंबानी की भविष्य की पीढ़ियों के बीच भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने और बढ़ावा देने के दृष्टिकोण का साकार रूप है।
इस दौरान अद्वितीय भारतीय शास्त्रीय वाद्य यंत्र Ghatam की थाप में डूबे दर्शकों ने Vikku’s 3G’ का मंत्रमुग्ध कर देने वाला प्रदर्शन देखा। इस दौरान ग्रैमी अवार्ड विजेता पिता-पुत्र जोड़ी T.H. Vinayakram और V. Selvaganesh, ने अपने पोते Swaminathan और 15 प्रतिभाशाली छात्रों के साथ द ग्रैंड थिएटर के अंदर ऐसा उत्साहपूर्ण माहौल बनाया, जिसे देखने वाले लोग देखते रह गए।
इस अवसर पर बोलते हुए, एनएमसीसी की संस्थापक और अध्यक्ष नीता अंबानी, जिन्होंने 5 वर्ष की आयु से भरतनाट्यम नृत्यांगना के रूप में प्रशिक्षण लिया है, ने अपने गुरुओं के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया।
उन्होंने कहा, “एनएमएसीसी में हमारा लक्ष्य पूरी दुनिया को भारत की समृद्ध सांस्कृतिक परंपराओं और विरासत को दिखाना है, जिनमें से कुछ को लंबे समय से भुला दिया गया है। हमारा सपना है कि हमारी विरासत और परंपराओं की सराहना की जाए और उन्हें अगली पीढ़ियों तक पहुंचाया जाए। मुझे यह देखकर बेहद खुशी हो रही है कि यह सपना हकीकत में बदल गया है।”
कला की आजीवन छात्रा के रूप में, नीता अंबानी ने गुरु मेनका देसाई, उसके बाद गुरु अर्जुन देसाई और फिर श्री राजराजेश्वरी भरत नाट्य कला मंदिर से अपने गुरु के. कल्याणसुंदरम और मैथिली मामी के अधीन प्रशिक्षण लेना शुरू किया। 40 वर्ष की आयु में, गुरु दीपक मजूमदार ने कला के क्षेत्र में महारत हासिल करने के लिए उनके समर्पण को फिर से जगाया और उन्हें मंच पर वापस लाया।