उत्तराखंड: आफत की बारिश से भूस्खलन व यातायात ठप, दिखा नदी-नालों का रौद्र रूप
देहरादून। देवभूमि उत्तराखंड में बारिश आफत बनकर बरस रही है। नदी-नालों का रौद्र रूप दिखाई दे रहा है, वहीं कई जगह सड़कें ध्वस्त हो गई हैं। भवाली अल्मोड़ा राष्ट्रीय राजमार्ग के भौर्या मोड़ के पास थुवा की पहाड़ी से भूस्खलन होने से सड़क पर पत्थर और बोल्डर आने यातायात ठप हो गया। इधर भारी बारिश के कारण शिप्रा नदी उफान पर आने से पानी आबादी क्षेत्र में घुस गया।
बुधवार से हो रही मूसलाधार बारिश के चलते बृहस्पतिवार को धारी-पोखराड़ मार्ग पर भारी मात्रा में मलबा आने से मार्ग पर आवाजाही पूर्ण रूप से बंद हो गई है। मार्ग के बंद होने से ग्रामीणों और यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
धारी पुलिस चौकी प्रभारी विजय कुमार ने बताया कि धारी-पोखराड़ मार्ग पर मलबा आने से सड़क पर वाहनों की आवाजाही बंद हो गई है। उन्होंने कहा वाहनों को कसियालेख-भटेलिया मार्ग और पोखराड़ इंटर कॉलेज के मार्ग होते हुए पदमपुरी से भेजा जा रहा है। उन्होंने कहा कि मलबे को हटाने के लिए लोनिवि की जेसीबी बुलाई गई है।
हरिद्वार में बारिश से कनखल के लाटोवाली में एक जर्जर मकान की दीवार भरभरा कर गिर पड़ी। मलबे की चपेट में आई बाहर खड़ी एक कार क्षतिग्रस्त हो गई।
कई क्षेत्रों में जलभराव
बारिश से शहर के कई क्षेत्रों में जलभराव हो गया। जलभराव के चलते लोगों को आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं जिलाधिकारी की ओर से गठित प्रशासन की टीम बारिश से हुए नुकसान की जानकारी जुटाने के साथ मौका मुआयना भी कर रही है।
चमोली के छिनका में बदरीनाथ हाईवे बाधित होने से लंबा जाम लग गया। यहां पहाड़ी से मलबा आने के हाईवे अवरुद्ध है। उधर, कोटद्वार पौड़ी हाईवे पर कई स्थानों पर मलबा आने का सिलसिला जारी है।