बद्रीकेदार समिति का बड़ा फैसला “केदारनाथ में श्रद्धालुओं को मंदिर के गर्भगृह में जाने पर रोक”
रूद्रप्रयाग। उत्तराखंड में भगवान केदारनाथ के दर्शन करने लगभग 12 लाख के करीब तीर्थयात्री पहुंच चुके हैं। भारी बारिश के बीच अब भी भगवान केदारनाथ के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढाती जा रही है। इसको देखते हुए मंदिर समिति ने फैसला लिया है कि तीर्थयात्री मंदिर के गर्भगृह के दर्शन सभा मण्डप से ही कर पाएंगे। विशेष पूजा अर्चना रात्रि 12 बजे से शुरू होगी। बता दे की, अब तक 11लाख 98 हजार श्रद्धालु बाबा के दरवार में मत्था टेक पूजा अर्चना कर चुके है।
गर्भगृह के बहार से ही होंगे दर्शन
केदारनाथ धाम में होने वाली विशेष पूजा मंदिर के अंदर ही की जा रही हैं। साथ ही साथ पूजा का समय भी मंदिर में पूजा का समय भी बढ़ा दिया गया है। श्रद्धालुओ की संख्या को देखते हुए विशेष पूजाओं का आयोजन, रात्रि 12.30 बजे से सुबह 5 बजे तक किया जा सकेगा। आम यात्री रात 9 बजे तक बाबा केदार के दर्शन कर सकता है।
पहले यह छूट दी गई थी कि श्रद्धालु गर्भगृह के अंदर जाकर शिवलिंग के दर्शन कर सकें, लेकिन अब वो सभा मंडप तक ही जा पाएंगे। बद्री केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेन्द्र अज्ञेय अज्ञेय ने कहा, दूसरे चरण की यात्रा अपने चरम पर होने के साथ-साथ धाम में यात्रियों को दर्शन पूजा पाठ करने में दिक्कत न हो। इसके लिए बद्रीकेदार मंदिर समिति ने निर्णय लिया है कि तीर्थयात्री मंदिर के गर्भगृह के दर्शन सभा मण्डप से ही कर पाएंगे ।
बता दें, उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने भी हाल ही में कहा था कि चार धाम यात्रा में अभी तक 31 लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने दर्शन किए है जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है। सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बर्ष 2021 में बाबा केदारनाथ के प्रांगण से कहा था कि आने वाला 21वी सदी का तीसरा दशक उत्तराखंड का होगा। पीएम का यह सपना साकार हो रहा है।